भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु कल सुबह फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में दिली, तिमोर-लेस्ते पहुंचीं। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की इस देश की पहली यात्रा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का विशेष सम्मान करते हुये तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया। हवाई अड्डे से लौटते समय प्रसन्न बच्चों ने उनका स्वागत किया।
सरकारी महल में राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने समकक्ष राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता से मुलाकात की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारे पास सूचना प्रौद्योगिकी, फिनटेक, स्वास्थ्य सेवा, कृषि और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के पर्याप्त अवसर हैं। उन्होंने राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता को आश्वासन दिया कि भारत तिमोर-लेस्ते का एक मजबूत भागीदार बना रहेगा और हम विकास सहयोग और अन्य साझेदारियों को बढ़ाने के लिये हर संभव प्रयास करेंगे।
राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित किया। यह पुरस्कार सार्वजनिक सेवा और शिक्षा, सामाजिक कल्याण और महिला सशक्तिकरण के प्रति समर्पण में उनकी उपलब्धियों के सम्मान में दिया जाता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि यह सम्मान भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतिबिंब है।
तिमोर-लेस्ते के प्रधानमंत्री के राला ज़ानाना गुस्माओ ने अगले कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा सहयोग, संपर्क, व्यापार और पर्यटन जैसे व्यापक मुद्दों पर बातचीत की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री राला जानाना गुस्माओ ने तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये, जिनमें (i) सांस्कृतिक आदान-प्रदान, (ii) प्रसार भारती और ‘तिमोर-लेस्ते रेडियो और टेलीविजन’ (आरटीटीएल) के बीच सहयोग, (iii) राजनयिक, आधिकारिक और सेवा पासपोर्ट धारकों के लिये वीज़ा आवश्यकता से छूट शामिल है। राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि ये समझौता ज्ञापन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बाद के कार्यक्रम में, तिमोर-लेस्ते रेडियो और टेलीविजन (आरटीटीएल) पर राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता द्वारा आयोजित लोकप्रिय कार्यक्रम “होर्टा शो” में विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने एक आकर्षक और अनूठी बातचीत में, अपनी जीवन यात्रा, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, हाशिये पर पड़े समुदायों को सशक्त बनाने के लिये भारत सरकार द्वारा की गयी पहल और महिला सशक्तिकरण के लिये अपने दृष्टिकोण के बारे में बहुत ही शानदार ढंग से बात की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने तिमोर-लेस्ते में भारत के राजदूत की ओर से आयोजित भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में भाग लिया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुये, कहा कि तिमोर-लेस्ते में भारतीय समुदाय छोटा है, लेकिन गतिशील है और भारत के साथ सहयोग बनाने में प्रभावी है। वे एक महत्वपूर्ण शक्ति हैं, जो संस्कृतियों को जोड़ते हैं और सीमाओं से परे सद्भावना को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने तिमोर-लेस्ते के साथ सहयोग बढ़ाने के भारत के प्रयास में उनसे सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता ने दिन के अंतिम आधिकारिक कार्यक्रम में, पलासियो नोब्रे डी लोहाने में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के सम्मान में एक भोज का आयोजन किया।
इस अवसर पर अपने भाषण में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि तिमोर-लेस्ते के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने के लिये भारत की प्रतिबद्धता शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के हमारे साझा लक्ष्यों में परिलक्षित होती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत वसुधैव कुटुम्बकम के अपने सिद्धांतों के अनुरूप वैश्विक शांति और साझा समृद्धि के लिये एक ताकत बना रहेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपनी तीन देशों की राजकीय यात्रा के सफल समापन के बाद नयी दिल्ली के लिये रवाना होंगी। इस यात्रा पर उनके साथ राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और लोकसभा सांसद सौमित्र खान और जुगल किशोर भी थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को तिमोर-लेस्ते के ऑर्डर के ग्रैंड कॉलर से सम्मानित किया जाना, देश के लोगों के लिए गर्व का क्षण है। पीएम ने कहा कि यह दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों और आपसी सम्मान को दर्शाता है।
पीएम मोदी ने रविवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि, ‘‘राष्ट्रपति को तिमोर-लेस्ते के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित होते देखना हमारे लिए गर्व का क्षण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे देशों के बीच मजबूत संबंधों और आपसी सम्मान को दर्शाता है। यह कई वर्षों तक सार्वजनिक जीवन में उनके उल्लेखनीय योगदान की मान्यता भी है।’’
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता ने शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित किया। यह पुरस्कार सार्वजनिक सेवा और शिक्षा, सामाजिक कल्याण और महिला सशक्तिकरण के प्रति समर्पण में उनकी उपलब्धियों के सम्मान में दिया जाता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सम्मान प्राप्त करने के बाद कहा कि यह सम्मान भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतिबिंब है।
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