भारतीय नौसेना के 1389 अग्निवीरों, जिसमें 214 महिला अग्निवीर शामिल थीं, ने 09 अगस्त, 2024 को आईएनएस चिल्का के पोर्टल से पास आउट होकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। अग्निवीरों के चौथे बैच (01/24) के लिए पासिंग आउट परेड (पीओपी) ने सूर्यास्त के बाद एक अनूठे समारोह में 16 सप्ताह के कठोर नौसेना प्रशिक्षण का समापन किया। पीओपी की समीक्षा नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने की, वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिणी नौसेना कमान परेड के संचालन अधिकारी थे। वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पूर्वी नौसेना कमान भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में पासिंग आउट कोर्स के गौरवशाली परिवार के सदस्य, प्रतिष्ठित दिग्गज और प्रख्यात खेल व्यक्तित्व ओमकार सिंह, एमसीपीओ I (जीएस), कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 के दौरान शूटिंग में स्वर्ण पदक विजेता उपस्थित थे।
पीओपी न केवल प्रारंभिक प्रशिक्षण के सफल समापन का, बल्कि भारतीय नौसेना में अग्निवीरों के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत का भी प्रतीक है। परेड को संबोधित करते हुए, सीएनएस ने परेड में प्रशिक्षुओं को बधाई दी और राष्ट्र निर्माण के अपने प्रयास में नौसेना के कर्तव्य, सम्मान और साहस के कोर मूल्यों को बनाए रखने के लिए पासिंग आउट कोर्स का आह्वान किया। उन्होंने उनसे प्रशिक्षण के अपने अगले चरणों पर ध्यान केंद्रित करने और तकनीकी रूप से कुशल समुद्री योद्धा बनने का आग्रह किया।
मुख्य अतिथि ने पीओपी के दौरान मेधावी अग्निवीरों को पदक और ट्रॉफी प्रदान की। विनय मारुति कदम, एवीआर एसएसआर और संजना, एवीआर एमआर को क्रमशः चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ रोलिंग ट्रॉफी और सर्वश्रेष्ठ अग्निवीर एसएसआर और एमआर के लिए स्वर्ण पदक मिला। साक्षी मोहन मिर्जे, एवीआर एसएसआर को समग्र योग्यता क्रम में सर्वश्रेष्ठ महिला अग्निवीर के लिए जनरल बिपिन रावत रोलिंग ट्रॉफी से सम्मानित किया गया और आशीष, एनवीके जीडी और युवराज, एनवीके डीबी को उनके संबंधित पाठ्यक्रमों में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु से सम्मानित किया गया।
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