डेंगू के बढ़ते कहर के बीच बाबा रामदेव ने इससे बचने के गुर बताए। रामदेव ने प्रेस कांफ्रेंस में जड़ी बूटियों और फल दिखाकर डेंगू के उपचार की बात कही। अनार, गिलोय, पपीता का पत्ता और एलोवेरा के जूस से फायदा होता है। इस दौरान रामदेव के साथ कुछ और लोग भी मौजूद थे जिन्हें डेंगू हुआ था।
मेडिकल साइंस में डेंगू को लिए कोई सही उपचार नहीं है। हमने पिछले 10 सालों में डेंगू, चिकुनगुनिया आदि पर रिसर्च किया है। हमने आनन फानन में कुछ पीड़ितों का उपचार किया जो कि अब बिल्कुल स्वस्थ हैं। डेंगू से बचने के लिए बाबा रामदेव ने बताए ये देसी नुस्खे डेंगू के बढ़ते कहर के बीच बाबा रामदेव ने इससे बचने के गुर बताए। रामदेव ने जड़ी बूटियों और फल दिखाकर डेंगू के उपचार की बात कही। रामदेव ने कहा कि हमने पहले भी बताया है कि अनार, गिलोय, पपीता का पत्ता और एलोवेरा का रस पीएं। इससे प्लेटलेट्स बढऩे लगते हैं। अपने साथ बैठे लडक़े की और इशारा करते हुए रामदेव ने कहा, इस बच्चे सुशांत ने देखा कि एलोपैथी से कोई फायदा नहीं हो रहा है तो उसने दवाई बंद की और चार दिन तक इन चार चीजों का रस पिया।
इनके प्लेटलेट्स 27 हजार से बढक़र 4 लाख 44 हजार हुए।
बाबा ने कहा कि गिलोय है।
उन्होंने कहा कि डेंगू की किसी भी स्टेज पर ये औषधि काम करेगी। बकरी का दूध नहीं मिल रहा तो भी चिंता की बात नहीं। गाय का दूध भी लाभदायक है। हर चीज के लिए पश्चिम के अप्रूवल की जरूरत नहीं है।
इससे बुखार उतरता है। अनार, एलोवेरा औऱ पपीता का पत्ता भी सबको मिल जाता है। इससे प्लेटलेट्स बढ़ती हैं। जहां मेडिकल साइंस की हदें खत्म हो जाती हैं, वहां हमारी प्राचीन विज्ञान और आयुर्वेद की पद्धति कारगर होती है।बाबा ने कहा कि गिलोय है।
उन्होंने कहा कि डेंगू की किसी भी स्टेज पर ये औषधि काम करेगी। बकरी का दूध नहीं मिल रहा तो भी चिंता की बात नहीं। गाय का दूध भी लाभदायक है। हर चीज के लिए पश्चिम के अप्रूवल की जरूरत नहीं है।
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