सोमवार को एमपी की व्यवसायिक राजधानी इंदौर का एक घटनाक्रम देशभर में सुर्खियों में आ गया। इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अचानक अपना नामांकन वापस ले लिया। इतना ही नहीं, वे कांग्रेस भी छोड़ गए और बीजेपी की सदस्यता ले ली। इस प्रकार इंदौर में अब कांग्रेस मुकाबले में ही नहीं बची जिससे लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी की राह बहुत आसान हो गई है।
इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा लोकसभा चुनाव से नामांकन वापस लेने और भाजपा का दामन थामने के पीछे एमपी बीजेपी के सीनियर नेता और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय Kailash Vijayvargiya का सबसे बड़ा हाथ है। उन्होंने पर्दे के पीछे रहकर ऐसी गोटियां चलीं कि विपक्षी हक्के बक्के रह गए। हालांकि अक्षय बम के नामांकन वापस लेने और कांग्रेस छोड़ने के बाद भी विजयवर्गीय की मंशा अधूरी ही रही।
0 comments:
Post a Comment