कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने इस सप्ताह के शुरू में एक मीडिया साक्षात्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रति अभद्र टिप्पणी करने के लिए माफी मांगी है। आदिवासी समुदाय से देश के पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखे पत्र में चौधरी ने लिखा, "मैं अपनी स्थिति का वर्णन करने के लिए गलती से गलत शब्द का इस्तेमाल करने के लिए खेद व्यक्त करने के लिए लिख रहा हूं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह जुबान से फिसल गया था। मैं माफी मांगता हूं और आपसे इसे स्वीकार करने का अनुरोध करता हूं।"
मालूम हो कि भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनकी पार्टी के नेता की टिप्पणी के बाद माफी मांगने की भी मांग की थी। लोकसभा में कांग्रेस के नेता श्री चौधरी ने कई मुद्दों पर अपनी पार्टी के विरोध प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए इस टिप्पणी का इस्तेमाल किया था। भाजपा ने जोर देकर कहा कि चौधरी की टिप्पणी जुबानी गलती नहीं थी जैसा कि कांग्रेस नेता ने दावा किया था।
कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "यह जुबान फिसली नहीं थी। अगर आप क्लिप देखते हैं, अधीर रंजन चौधरी ने दो बार स्पष्ट रूप से ऐसा कहा। उन्होंने कहा, 'ऐसे मामलों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। हालाँकि चौधरी अपने इस दावे पर कायम रहे कि यह टिप्पणी भाषा की बाधा के कारण "जीभ फिसल जाने" के कारण थी।
उनके अनुसार वह एक बंगाली हैं और हिंदी में पारंगत नहीं हैं। बुधवार को जब विवाद शुरू हुआ तो चौधरी ने स्पष्ट कर दिया था कि वह भाजपा से माफी नहीं मांगेंगे, लेकिन राष्ट्रपति मुर्मू से मिलेंगे और उनसे सीधे "सौ बार" माफी मांगेंगे यदि वह कहती हैं कि वह उनकी टिप्पणी से आहत हैं।
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