भारत की युवा सनसनी लक्ष्य सेन ने रोमांचक सेमीफाइनल में शनिवार को मलेशिया के जी जिया ली को तीन गेमों के संघर्ष में 21-13, 12-21, 21-19 से हराकर प्रतष्ठिति ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। लक्ष्य ने आखिरी अंक तक गया यह संघर्षपूर्ण मुकाबला एक घंटे 16 मिनट में जीता और 21 साल बाद फाइनल में पहुंचले वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए।
लक्ष्य 1980 में महान प्रकाश पादुकोण और 2001 में पुलेला गोपीचंद के चैंपियन बनने के बाद फाइनल में पहुंचने वाले तीसरे भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने हैं। लक्ष्य की जी जिया ली के खिलाफ यह लगातार दूसरी जीत है। उन्होंने मलेशियाई खिलाड़ी को 2016 में इंडिया इंटरनेशनल सीरीज में भी हराया था।
विश्व रैंकिंग में 11वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य ने छठी सीड मलेशियाई खिलाड़ी के खिलाफ पहला गेम 21-13 से जीत लिया लेकिन अगला गेम 12-21 से हार गए। निर्णायक गेम में लक्ष्य 16-18 से पीछे थे लेकिन उन्होंने लगातार चार अंक लेकर 20 -18 की बढ़त बना ली। जिया ली ने फिर एक अंक लेकर स्कोर 19-20 किया लेकिन लक्ष्य ने जरूरी एक अंक लेकर 21-19 से गेम और मैच समाप्त कर दिया।
फाइनल में लक्ष्य का मुकाबला नंबर वन सीड डेनमार्क के वक्टिर एक्सेलसन और चौथी सीड चीनी ताइपे के चोउ तिएन चेन से होगा। लक्ष्य पिछले छह महीने से शानदार लय में चल रहे है। उन्होंने इस साल जनवरी में इंडिया ओपन के रूप में अपना पहला सुपर 500 टूर्नामेंट जीता था और फिर पिछले सप्ताह जर्मन ओपन के उपविजेता रहे थे।
0 comments:
Post a Comment