इंदौर । मालवा निमाड़ के उज्जैन से लेकर ओंकारेश्वर, मांडू और हनुवंतिया तक नववर्ष पर ईश्वर की आराधना के साथ पर्यटन का रुझान शुक्रवार को ही दिखने लगा। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन में साल के आखिरी दिन 35 हजार से अधिक भक्तों ने दर्शन किए। सुबह छह बजे से शुरू हुआ दर्शन का सिलसिला रात तक जारी रहा। दर्शन व्यवस्था चलायमान थीं, जिसमें शामिल ज्यादातर भक्त, कोरोना से बचाव के लिए चेहरे पर मास्क पहने हुए थे। वे सुगम दर्शन व्यवस्था से खुश रहे। पड़ोस में स्थित मां हरसिद्धि शक्तिपीठ मंदिर, चारधाम मंदिर, काल भैरव मंदिर, चिंतामन गणेश मंदिर में और रामघाट पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
उधर, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में शुक्रवार शाम से ही श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई। यहां 20 हजार से अधिक लोगों ने दर्शन का लाभ लिया। शनिवार को सुबह से श्रद्धालु नया साल की शुरुआत भगवान भोलेनाथ के दर्शनों से करेंगे। इसके लिए 50 हजार श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट व प्रशासन द्वारा व्यवस्था की गई है। नए साल के पहले दिन शनिवार को भीड़ की वजह से भगवान के मूल स्वरूप पर सीधे जल, फूल और बिल्व पत्र नहीं चढ़ा सकेंगे।
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