नई दिल्ली, एजेंसियां : केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा में कहा कि मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे सशस्त्र बलों ने एकतरफा चीनी कार्रवाई से उत्पन्न चुनौतियों का करारा जवाब दिया है। भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो के दक्षिण और उत्तर दोनों किनारों पर वीरता और साहस दिखाया है। कई रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बिंदुओं की पहचान की गई और हमारे सैनिकों ने खुद को उन हिल टॉप्स और स्थानों पर तैनात किया जो हमारे दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण थे। हमारे सशस्त्र बलों की इस महान बहादुरी के कारण ही हमने इस बढ़त को बनाए रखा है।
उन्होंने कहा कि पैंगोंग झील क्षेत्र में विस्थापन के लिए हम चीनी पक्ष के साथ जो समझौता करने में सफल रहे हैं, वह इस बात की परिकल्पना करता है कि दोनों पक्ष चरणबद्ध, समन्वित और सत्यापित तरीके से अपनी आगे की तैनाती को समाप्त कर देंगे।
लोकसभा में बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि चीनी पक्ष के साथ वार्ता के दौरान पीएम मोदी के संकल्प और निर्देशन में हमारे दृष्टिकोण और रणनीति में कहा गया कि हम भारतीय क्षेत्र का एक इंच भी नहीं देंगे। वार्ता के दौरान हमारे तप और दृष्टिकोण के उचित परिणाम मिले हैं। रक्षामंत्री ने कहा कि मुझे आज सदन को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे दृष्टिकोण और चीनी पक्ष के साथ निरंतर बातचीत के परिणामस्वरूप, हम अब पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण छोर में रक्षा पर एक समझौते पर पहुंचने में सक्षम हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं इस सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इन वार्ताओं में हमने कुछ भी स्वीकार नहीं किया है। सदन को यह भी पता होना चाहिए कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी के साथ कुछ अन्य बिंदुओं पर तैनाती और गश्त के संबंध में अभी भी कुछ मुद्दे बकाया हैं।
0 comments:
Post a Comment