होशंगाबाद । नर्मदा पर लोगों की अटूट आस्था है।
यही कारण है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए लोगों ने मां नर्मदा का आंचल थामा
हुआ है। ग्राम पर्रादेह के सरपंच कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए गांव में
नर्मदाजल का छिड़काव करवा रहे हैं।
बीमारी गांव तक नहीं पहुंचेगी
सरपंच कन्हैयालाल पटेल ने बताया कि मां नर्मदा
के प्रति गहरी आस्था है। सभी का मानते कि गांव में नर्मदा जल का छिड़काव कराया
जाएगा तो कोई बीमारी नहीं आएगी। उन्होंने बताया हासलपुर घाट से रोजाना कुप्पों में
नर्मदा जल लेकर ला रहे हैं और अपने साथियों के साथ नर्मदा जल को गांव की मुख्य सड़क,
बाजार
क्षेत्र सहित अन्य इलाकों में छिड़काव कर रहे हैं।
क्वारंटाइन सेंटर के बाहर कर रहे छिड़काव ग्राम
पर्रादेह इटारसी के नजदीक है। इटारसी में ही कोरोना संक्रमित लोग मिल रहे हैं। अब
तक 36 कोरोना पॉजिटिव के स समने आ चुके हैं। इसी के चलते गांव में पूरी
सावधानी रखी जा रही है। सरपंच के मुताबिक नर्मदा परिक्रमा करके आए गांव के ही एक
व्यक्ति को क्वारंटन किया गया था। इसी तरह बाहर से आए लोगों को भी क्वारंटाइन कि
या गया है। इन क्वारंटाइन सेंटरों में भी लगातार सैनिटाइजेशन करने के साथ ही नर्मदा
जल का छिड़काव कि या जा रहा है।
सकारात्मक ऊर्जा
नर्मदा जल के प्रति गहरी आस्था हम सभी के मन
में है। नर्मदा जल के छिड़काव का वैज्ञानिक तथ्य यह है कि इससे सकारात्मक ऊर्जा का
संचार व आत्मबल बढ़ता है। कोरोना से लड़ने के लिए आत्मबल ही जरूरी है। गांव में
सैनिटाइजेशन करने के साथ ही नर्मदा का छिड़काव कराया जा रहा है। - डॉ. ओएन चौबे,
प्राचार्य,
नर्मदा
महाविद्यालय
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