राजगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह लोकसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं। राजगढ़ दौरे पर आए श्री सिंह ने सर्किट हाउस में प्रेस से चर्चा में इस आशय के संकेत दिए।
चुनाव न लड़ने के संकल्प को 10 की बजाय 16 साल हो जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं तो राज्यसभा का मेंबर हो चुका हूं, लेकिन जहां से पार्टी कहेगी, वहीं से चुनाव लड़ूंगा।
लोकसभा चुनाव में समन्वय की भूमिका संबंधी सवाल पर श्री सिंह ने कहा कि मेरा तो काम हमेशा समन्वय का ही रहा है। मेरा किसी से झगड़ा ही नहीं होता। मैं तो भाजपा के नेताओं से भी समन्वय करता हूं।
प्रदेश में हाल ही में हुई कुछ चर्चित हत्याओं को लेकर श्री सिंह ने कहा कि इन मामलों में भाजपा नेता ही शामिल हैं। मंदसौर नपाध्यक्ष की हत्या, बड़वानी के नेता की हत्या आदि में भाजपा नेताओं का ही हाथ है। 15 साल में भाजपा नेताओं ने काले धंधे किए। पैसे कमाए। जमीनों पर कब्जे किए और अपार संपत्ति लूटी है। अब ये सरकार बदलने पर अपने आप को ऐसा महसूस कर रहे हैं कि क्या करें। कई लोग अब कांग्रेसी बन रहे हैं कि हमको कांग्रेस बचा लेगी, लेकिन कांग्रेस इस झगड़े में नहीं पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि इंदौर के एक व्यापारी संदीप अग्रवाल की हत्या सुधाकर मराठा ने करवाई। उनका आरोप है कि सुधाकर मराठा विहिप, बजरंगदल का है, जो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से खुलकर बात करता था। इसको संरक्षण था। अब परतें खुल जाएंगी भाजपा की। ऐसे लोगों पर रासुका लगाना चाहिए।
श्री सिंह ने कहा कि हम धर्म को राजनीति से अलग रखते हैं। हम चाहते हैं कि धर्म अपनी जगह रहे व राजनीति अपनी जगह रहे। धर्म की आड़ में हम न कोई चुनाव लड़ते हैं और न जीतते हैं। भाजपा केवल धर्म के नाम पर राजनीति करती है। भाजपा के पास कोई मुद्दा ही नहीं है। अब शिवराजसिंह चौहान अकेला महसूस कर रहे हैं और अपनी दुकान जमाना चाहते हैं।
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