भोपाल : धर्मग्रंथों के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को सर्वार्थसिद्धी-रवियोग में 10 फरवरी को बसंत पंचमी का महापर्व मनेगा।
शादियों के लिए यह दिन अबूझ मुहूर्त लेकर आया है, इसलिए शहर के अनेक धार्मिक स्थलों पर शुभ मुहूर्त में शहनाई की गूंज सुनाई देगी।
शहर के पास रातीबड़ में ब्राह्मण समाज, भोईपुरा बुधवारा में बाथम, कीर निषादवंशीय समाज का और मां पहाड़ा वाली सेवा समिति द्वारा नयापुरा न्यू दशहरा मैदान में सामूहिक विवाह आयोजन होंगे।
अन्य स्थानों पर भी इस दिन सैकड़ों शादियां होती हैं। इस दिन के लिए शहर के अधिकांश मैरिज गार्डन बुक हो चुके हैं।
इन सामूहिक शादियों के आयोजन की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।मां चामुंडा दरबार के पुजारी पं. रामजीवन दुबे और ज्योतिषाचार्य विनोद रावत ने बताया कि स्कंद पुराण में सफेद पुष्प, चंदन, श्वेत वस्त्रादि से देवी मां सरस्वती की पूजा करने का विधान है।
शहर के मां चामुंडा दरबार, मां भवानी मंदिर सोमवारा, लालघाटी चौराहा सहित आधा दर्जन चौराहों पर मां सरस्वती की अस्थाई प्रतिमा स्थापित की जाती है। यहां लगातार तीन दिन तक मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है।
इसके अलावा शहर के सरस्वती स्कूलों, सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में विशेष रूप से मां सरस्वती की पूजा के लिए बच्चों को फूल देकर बुलाया जाता है।
0 comments:
Post a Comment