भोपाल : मध्यप्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चल रही चर्चा पर विपक्ष के आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष का यह कहना सही नहीं है कि प्रदेश का कर्ज बहुत अधिक बढ़ गया है।
वर्ष 2003 में ब्याज का भुगतान संपूर्ण राजस्व प्राप्ति का 22.44 प्रतिशत था जो अब घटकर केवल 8.25 प्रतिशत रह गया है।
इससे स्पष्ट है कि आय की तुलना में ऋण काफी कम बढ़ा है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दस वर्षों के कार्यकाल में प्रति व्यक्ति आय 6577 रुपये से बढ़कर 13722 रुपये यानी दोगुनी हुई, जबकि वर्तमान सरकार के 15 वर्ष की अवधि में छह गुना बढ़कर 72 हजार 599 हो गई है।
इसी तरह वर्ष 2016-17 में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 6 लाख 40 हजार करोड़ रुपये हो गया है, जो वर्ष 2003 में केवल 98 हजार करोड़ रुपये था।
कांग्रेस सरकार के दस सालों में प्रदेश की जीएसडीपी 3.3 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी जबकि वर्तमान सरकार के 15 वर्ष में यह वृद्घि दर नौ प्रतिशत रही।
चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश के विकास के लिए जो भी संभव होगा राज्य सरकार करेगी।
हम सबके विकास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं, इसमें प्रतिपक्ष भी साथ चले। सत्ता और प्रतिपक्ष लोकतंत्र के दो पहिये हैं, इन्हें रचनात्मक कार्यो में साथ-साथ चलना चाहिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस के समय कुल राजस्व का 22 प्रतिशत से अधिक ब्याज के रूप में चुकाया जाता था जबकि आज कुल राजस्व का केवल आठ प्रतिशत ब्याज में खर्च करते हैं।
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