मोस्ट वांटेड हाफिज सईद की रिहाई पर लखीमपुर खीरी में जश्न मनाया गया। यहां पर हाफिज सईद की रिहाई पर जश्न मनाने के साथ ही शहर में कई जगह के साथ आरएसएस के कार्यकर्ता के घर के सामने हरे रंग के झंडे भी लगवाए गए। मामला तूल पकडऩे पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर झंडे उतरवाए थे।
पाकिस्तानी मूल के आतंकी हाफिज सईद की वहां के सुप्रीम कोर्ट से रिहाई के बाद लखीमपुर शहर के मुहल्ला बेगमबाग व लक्ष्मीनगर में कुछ लोगों के जश्न मनाने व अपने घरों के बाहर हरा झंडा लगाने की खबर सुनकर प्रशासन में खलबली मच गई।
एक आरएसएस कार्यकर्ता के घर के सामने हरे झंडे लगाए जाने के बाद विवाद और भी बढ़ गया। झंडा उतरवाने के लिए कुछ लोग आगे बढ़े लेकिन झंडा लगाने वाला पक्ष सामने आ गया। दोनों पक्षों में जमकर कहासुनी हुई।
विवाद बढऩे पर पूरे मामले की सूचना सदर कोतवाली पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर झंडे उतरवाए। आरोप यह भी है कि रात में आतंकी हाफिज सईद के समर्थन में एक धार्मिक स्थल के पास आतिशबाजी की गई और जमकर नारेबाजी भी हुई।
इस मामले गंभीरता को देखते हुए डीएम आकाशदीप ने जांच के निर्देश दे दिए हैं। जांच के दौरान दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
परसों यह विवाद दोपहर बाद उस समय बढ़ा जब बेगमबाग और लक्ष्मीनगर मुहल्ले के कुछ हिस्से में हरे झंडे लगाए जाने लगे। इसके बाद शाम को आरएसएस कार्यकर्ता के घर के सामने लगे झंडों को लेकर विवाद खड़ा हो गया।
आरएसएस कार्यकर्ता ने मुहल्ले के लोगों के साथ मिलकर इस पर एतराज जताया और झंडा लगने के कारणों के बारे में लोगों से पूछताछ की। पता चला कि हरे झंडे पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद की वहां के सुप्रीम कोर्ट से रिहाई के बाद खुशी में झंडे लगाए गए हैं। इस पर हंगामा शुरू हो गया।
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