ढाका : बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की ओर से फेसबुक पर लगाए गए वीडियो पर आपत्ति जताई है। बांग्लादेश का दावा है कि पाक ने उसके इतिहास से छेड़छाड़ की है।
इस मामले पर बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने ढाका में तैनात पाकिस्तान के उच्चायुक्त रफिउज्जमान सिद्दकी को समन भेजा है।
बांग्लादेश का कहना है कि फेसबुक पोस्ट किए गए वीडियो में राष्ट्रपति बांग्लाबंधु शेख मुजीबुर रहमान के बारे में गलत जानकारी दी गई है।
कहा गया कि पोस्ट किए गए वीडियो में यह बताया गया है कि रहमान बांग्लादेश की आजादी नहीं चाहते थे, बल्कि स्वायत्ता में यकीन रखते थे।
बांग्लादेश सरकार ने इन तथ्यों को नकारते हुए पाक से माफी मांगने की मांग की है। बता दें कि करीब 13.45 मिनट के वीडियो में पाकिस्तान उच्चायुक्त ने दावा किया कि मुजीबुर रहमान ने नहीं बल्कि जियाउर रहमान ने बांग्लादेश की आजादी का ऐलान किया था।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को अपने कार्यालयों को बुलाया था, जब उच्चायोग के फेसबुक पेज ने वीडियो को साझा किया था, जिसमें पाकिस्तान ने कहा था कि तात्कालीन मेजर ज़ियाउर रहमान ने 1971 में स्वतंत्रता की घोषणा की थी और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध लड़ना नहीं चाहते थे।
इस मामले पर बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने ढाका में तैनात पाकिस्तान के उच्चायुक्त रफिउज्जमान सिद्दकी को समन भेजा है।
बांग्लादेश का कहना है कि फेसबुक पोस्ट किए गए वीडियो में राष्ट्रपति बांग्लाबंधु शेख मुजीबुर रहमान के बारे में गलत जानकारी दी गई है।
कहा गया कि पोस्ट किए गए वीडियो में यह बताया गया है कि रहमान बांग्लादेश की आजादी नहीं चाहते थे, बल्कि स्वायत्ता में यकीन रखते थे।
बांग्लादेश सरकार ने इन तथ्यों को नकारते हुए पाक से माफी मांगने की मांग की है। बता दें कि करीब 13.45 मिनट के वीडियो में पाकिस्तान उच्चायुक्त ने दावा किया कि मुजीबुर रहमान ने नहीं बल्कि जियाउर रहमान ने बांग्लादेश की आजादी का ऐलान किया था।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को अपने कार्यालयों को बुलाया था, जब उच्चायोग के फेसबुक पेज ने वीडियो को साझा किया था, जिसमें पाकिस्तान ने कहा था कि तात्कालीन मेजर ज़ियाउर रहमान ने 1971 में स्वतंत्रता की घोषणा की थी और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध लड़ना नहीं चाहते थे।
0 comments:
Post a Comment