उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन के विरोध के बाद सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव ने रुख और कड़ा कर लिया हैं।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को गठबंधन में कांग्रेस के लिए छोड़ी गई 105 सीटों पर नामांकन दाखिल करने की हिदायत दी है।
मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को नई दिल्ली में कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस की सीटों पर नामांकन दाखिल कर चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि सपा को कांग्रेस के खिलाफ लड़कर खड़ा किया है। इसलिए, वह गठबंधन के लिए प्रचार नहीं करेंगे।
मुलायम सिंह ने कहा कि वह अभी भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस गठबंधन के खिलाफ समझाने की कोशिश कर रहे हैं। मुलायम सिंह ने कहा कि यह गठबंधन पार्टी को खत्म कर देगा। क्योंकि, कांग्रेस के हिस्से में आई सीटों पर सपा का कोई उम्मीदवार नहीं होगा।
सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस से लड़कर मुसलिम मतदाताओं का भरोसा जीता था। सपा को डर है कि गठबंधन से कांग्रेस मजबूत होती है, तो मुसलिम वोट वापस उसके पास चला जाएगा। क्योंकि, कांग्रेस मुसलिम की पहली पसंद रही है।
पार्टी नेता मानते हैं कि इस गठबंधन में सपा के मुकाबले कांग्रेस को ज्यादा फायदा होगा। क्योंकि, 105 सीट पर कांग्रेस का संगठन मजबूत होगा और पिछले चुनाव के मुकाबले अधिक सीट भी मिल सकती है। यही मुलायम सिंह की नाराजगी की असल वजह है।
इसलिए, मुलायम सिंह यादव ने गठबंधन में कांग्रेस के हिस्से में आई सीट पर कार्यकर्ताओं को नामांकन करने को कहा है। उनका कहना है कि इन सीट पर हमारे नेता और कार्यकर्ता क्या करेंगे। सबने मेहनत की है। उनका क्या होगा। वह पार्टी खत्म नहीं होने देंगे।
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