मध्य प्रदेश की नई राज्यपाल आनंदीबेन पटेल हो सकती है। हालांकि अभी इसका कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है, पर दिल्ली के राजनीतिक हल्कों में इस बात की चर्चाएं तेजी से चल रही है।
पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने भी इसके संकेत दिए है। जिसे देखते हुए माना जा रहा है कि इस माह के अंत तक उनके नाम का अधिकारिक ऐलान हो जाएगा।
मध्य प्रदेश के मौजूदा राज्यपाल का कार्यकाल अगले माह यानि सितंबर महीने की सात तारीख को खत्म हो रहा है।
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से पार्टी स्तर पर आनंदीबेन के कहीं बेतहर सेटलमेंट की बात की जा रही है।
फिलहाल इस बीच पार्टी स्तर पर जो उनके लिए जो सबसे उपयुक्त जगह देखी गई है,उनमें से एक मध्य प्रदेश के राज्यपाल का कुर्सी है, जो अगले महीने यानि सात सितंबर को खाली हो रही है।
भाजपा शासित राज्य होने के चलते आनंदीबेन के लिए यह सेटलमेंट सबसे उपयुक्त माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो गुजरात में नए मुख्यमंत्री की ताजपोशी यानि काम- काज संभालने के बाद इस दिशा में तेजी से काम शुरू होगा।
जानकारों की मानें तो इस मसले पर पार्टी नेताओं की आनंदीबेन से चर्चा भी हो चुकी है।
बता दें कि मध्य प्रदेश के मौजूदा राज्यपाल रामनरेश यादव की नियुक्त आठ सितंबर 2011 को की गई थी। तभी से वह इस जिम्मेदारी संभालने हुए है।
इस बीच उनका नाम व्यापमं सहित कई विवादों में घिरा रहा। इस बीच तमाम मौकों पर उन्हे हटाने की आबाज भी उठी,पर केंद्र सरकार ने उन्हें पद पर बने रहने दिया।
पार्टी सूत्रों की मानें तो आनंदीबेन के अलावा पार्टी में राज्यपाल पद के लिए और भी दावेदार है। इनमें हाल ही में 75 साल की उम्र के आधार पर केंद्रीय मंत्रिमंडल से अलग हुई नजमा हेपतुल्ला का नाम भी शामिल है।
खासबात यह है कि वह मौजूदा समय में मप्र के कोटे से ही राज्यसभा सदस्य भी है। साथ ही उनका मप्र से पुराना जुड़ाव भी है। इसके अलावा उप्र, महाराष्ट्र और बिहार से भी राज्यपाल पद के लिए कई दावेदार है।
0 comments:
Post a Comment