पटना. बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह और उनकी पत्नी व पूर्व जदयू MLA उषा सिन्हा गिरफ्तार हो गए हैं। दोनों पर बिहार टॉपर घोटाले में शामिल होने का आरोप है। सोमवार को एसआईटी की एक टीम ने दोनों को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से अरेस्ट किया।
एसएसपी मनु महाराज ने कहा- दोनों को पटना लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।लालकेश्वर और उषा को सीजेएम के कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद उन्हें रिमांड पर लेकर पुलिस पटना लाएगी। पटना लाने के बाद एसआईटी की एक अलग टीम इनसे पूछताछ करेगी। लालकेश्वर की गिरफ्तारी के लिए SIT की टीम उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में छापेमारी कर रही थी।
इंटर आर्ट्स और साइंस के रिजल्ट में वैशाली के भागलपुर के VR कॉलेज के स्टूडेंट सौरभ श्रेष्ठ, राहुल कुमार और रूबी राय ने टॉप किया था। एक टीवी चैनल ने साइंस टॉपर सौरभ और आर्ट्स टॉपर रूबी राय का स्टिंग किया।
वीडियो फुटेज में रूबी राय पॉलिटिकल साइंस को प्रोडिकल साइंस कहती हुई सुनी गई। सौरभ को साइंस का बेसिक नॉलेज तक नहीं था। इसके बाद बिहार बोर्ड ने 3 जून को 1 से 5 रैंक तक टॉप किए स्टूडेंट्स को इंटरव्यू के लिए बुलाया।
रूबी राय इस इंटरव्यू में नहीं आई। वहीं, सौरभ ने इंटरव्यू के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा था कि सवाल नहीं पूछिए, सुसाइड कर लूंगा।
बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह पटना यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर रहे हैं। इन्हें पटना कॉलेज का प्रिंसिपल भी बनाया गया था। हालांकि, लगातार विवादों में रहने के कारण 6 महीने में इन्हें पद छोड़ना पड़ा था।
2008 में पटना कॉलेज में इनके खिलाफ हंगामा मचा था। यूनिवर्सिटी से रिटायर होने के बाद इनको पॉलिटिकल कनेक्शन के तहत 2014 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के चेयरमैन का पद मिला था। इसमें तत्कालीन विधायक और इनकी पत्नी डॉ. उषा सिन्हा का हाथ बताया जाता है। डॉ. उषा सिन्हा भी पटना के गंगादेवी महिला कॉलेज की प्रिंसिपल थीं।
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