पेइचिंग/नयी दिल्ली : चीन ने कहा है कि दक्षिण कोरिया के सोल में हो रही परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह यानी एनएसजी की बैठक के एजेंडे में भारत को इसकी सदस्यता देने का मुद्दा शामिल नहीं है.
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता होवा चुनिइंग ने आज कहा कि एनएसजी की वार्षिक बैठक में नये सदस्यों को शामिल किया जाना एजेंडे में कभी नहीं रहा.
उन्होंने कहा कि बिना परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर किये भारत को इसकी सदस्यता नहीं मिलनी चाहिए और अगर उसे इसकी सदस्यता मिलती है तो अन्य दूसरे देशों जिन्होंने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं उन्हें भी सदस्यता मिलनी चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के विदेश सचिव ने चीन यात्रा के दौरान एनएसजी सदस्यता के मुद्दे पर बात की थी. होवा चुनिइंग के अनुसार, दोनों पक्षों ने उस दौरान अपनी-अपनी बात रखी.
चीन का यह बयान इस मायने में अहम है कि उसके विरोध के बाद इस महत्वपूर्ण समूह में भारत की सदस्यता की राह मुश्किल हो सकती है.
हालांकि रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने कल कहा है कि वे चीन से भारत के समर्थन देने के मुद्दे पर बात करेंगे और उससे पूछेंगे कि वह क्यों विरोध कर रहा है.
पुतिन ने सोल में एनएसजी की बैठक में भारत से जुड़े मुद्दे को उठाने की बात कही है. शनिवार को रूस के राष्ट्रपति पुतिन चीन के दौरे पर भी जायेंगे.
इस दौरान वे वहां अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग से वार्ता करेंगे.
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