950 करोड़ से अधिक के चारा घोटाले के लिए चर्चित पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग से बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण फाइलें चोरी हो गईं हैं।
यह काम बाकायदा तीन अलमारियों का ताला तोड़ कर किया गया। चोरी के बाद विभाग ने एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
केन्द्रीय मंत्री और बिहार से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रुड़ी ने चारा घोटाले से संबंधित फाइल चोरी होने पर नीतीश सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के सरकारी सिस्टम में जरुर कोई ऐसा है जो आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को दोष मुक्त सिद् करने के लिए तिकड़म लगा रहा है।
रुड़ी ने कहा कि चारा घोटाले से संबंधित जरुरी फाइल पटना सचिवालय पुलिस स्टेशन में भी थी। उन्होंने यह प्रतिक्रिया पिछले दिनों चोरी हुई फाइलों पर करी।
चोरी गई फाइलों में वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े कई महत्पूर्ण साक्ष्य व दस्तावेज भी बतौर अनुलग्नक होने के अनुमान हैं। सूत्रों का दावा है कि चोरी गई फाइलों में घोटाले में कुछ नेताओं की संलिप्तता के साक्ष्य के आलावा कई पशु चिकित्सक व अराजपत्रित कर्मियों के विरुद्ध चल रही विभागीय व न्यायिक कार्रवाइयों से जुड़े कागजात भी हैं।
विकास भवन स्थित पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के पहले तल्ले से 25-26 अप्रैल की रात को फाइलें चोरी हुईं और एफआईआर दर्ज कराई गई 16 मई को।
पहले तो विभागीय स्तर फाइलों को तलाशने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिलने पर 30 अप्रैल को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया।
इसके बाद भी रस्साकशी चलती रही। आखिरकार निगरानी व विधि शाखा के प्रशाखा पदाधिकारी के आवेदन पर 16 मई को एफआईआर दर्ज हुई। इस संबंध में पूछने पर विभाग की सचिव एन. विजयलक्ष्मी ने कुछ भी आधिकारिक तौर पर बताने से मना कर दिया है।
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