मथुरा . जवाहर बाग कांड को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। घटना के बाद से रामवृक्ष यादव का फाइनेंसर राकेश बाबू गुप्ता फरार चल रहा है। बताया जा रहा है कि वह बदायूं जिले का रहने वाला है।
यादव को हथियार खरीदने के पैसे यही शख्स देता था। लोगों का कहना है कि गुप्ता बड़ी प्रॉपर्टीज का मालिक है और लग्जरी गाड़ियों में घूमता है। यह बात भी सामने आई है कि हथियार आलू की बोरियों में भरकर जवाहर बाग लाए जाते थे।
जानकारी के मुताबिक राकेश बाबू गुप्ता बदायूं के हजरतपुर थानाक्षेत्र में स्थित गढ़िया शाहपुर गांव का रहने वाला है।
वह प्रसिद्धिपुर गांव की को-ऑपरेटिव कमेटी का सेक्रेटरी है। लोगों के मुताबिक, गुप्ता ने कुछ समय में ही बड़ी प्रॉपर्टीज जुटा ली। वह महंगी लग्जरी गाड़ियों में चलता है और उसने कई मकान और प्लॉट खरीद रखे हैं।
गुप्ता का दातागंज में कांसपुर रूट पर और सिविल लाइंस थाना एरिया में इंद्रा चौक के पास गली में मकान है। पहले लगता था कि को-ऑपरेटिव कमेटी में सेक्रेटरी इंचार्ज के रूप में तैनात गुप्ता घोटाले करता रहा होगा। लेकिन मथुरा हिंसा के बाद खुलासा हुआ कि गुप्ता भी रामवृक्ष यादव गैंग का सरगना है।
वह यहां आम लोगों की तरह ही रहता था, जिसे कम लोग ही जानते थे। एसएसपी सुनील कुमार सक्सेना ने बताया कि खुफिया विभाग के अफसर बदायूं का दौरा कर गुप्ता की लोकेशन पता करने की कोशिश में लगे है।
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