देहरादून | उत्तराखंड में राहत कार्य तेज करने के लिए केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्य को पांच करोड़ रुपए का अनुदान दिया है। यह जानकारी देते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, “सरकार इस घटना को गंभीरता से ले रही है।
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत बल) ने भी करीब 135 लोगों को बचाव कार्य में लगाया है। जरूरत पड़ने पर और टीमें भेजी जाएंगीं।’ जंगलों की आग बुझाने के लिए वायुसेना दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 तैनात किए। इनमें से एक ने रविवार को नैनीताल में भीमताल के पास के क्षेत्रों में पानी की बौछार की।
करीब तीन हजार लीटर पानी ले जाने की क्षमता वाले इस हेलीकॉप्टर ने कई छोटी उड़ानें भरी। जबकि पौड़ी में तैनात दूसरा हेलीकॉप्टर धुएं की वजह से दृश्यता कम होने के कारण उड़ान ही नहीं भर पाया। दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हालात की समीक्षा की और उत्तराखंड को हर तरह से सहायता की पेशकश की।
आग से निपटने में हो रही देरी पर केंद्र को घेरते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “मोदी सरकार इस त्रासदी से निपटने में नाकाम रही है। फरवरी से लगी है आग, अब तक 2,269 हेक्टेयर जंगल तबाह, सात मौतें , आग से अब तक करीब 35 गांवों की 45,000 की आबादी प्रभावित हुई है।
पौड़ी जनपद में शायद ही कोई जंगल बचा है, जो आग की चपेट में हो। हर दिन करीब 17 हेक्टेयर जंगल तबाह हो रहे हैं। फरवरी से अब तक 2,269 हेक्टेयर जंगल बर्बाद हो चुके हैं। सात लोगों की मौत हुई है।
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत बल) ने भी करीब 135 लोगों को बचाव कार्य में लगाया है। जरूरत पड़ने पर और टीमें भेजी जाएंगीं।’ जंगलों की आग बुझाने के लिए वायुसेना दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 तैनात किए। इनमें से एक ने रविवार को नैनीताल में भीमताल के पास के क्षेत्रों में पानी की बौछार की।
करीब तीन हजार लीटर पानी ले जाने की क्षमता वाले इस हेलीकॉप्टर ने कई छोटी उड़ानें भरी। जबकि पौड़ी में तैनात दूसरा हेलीकॉप्टर धुएं की वजह से दृश्यता कम होने के कारण उड़ान ही नहीं भर पाया। दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हालात की समीक्षा की और उत्तराखंड को हर तरह से सहायता की पेशकश की।
आग से निपटने में हो रही देरी पर केंद्र को घेरते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “मोदी सरकार इस त्रासदी से निपटने में नाकाम रही है। फरवरी से लगी है आग, अब तक 2,269 हेक्टेयर जंगल तबाह, सात मौतें , आग से अब तक करीब 35 गांवों की 45,000 की आबादी प्रभावित हुई है।
पौड़ी जनपद में शायद ही कोई जंगल बचा है, जो आग की चपेट में हो। हर दिन करीब 17 हेक्टेयर जंगल तबाह हो रहे हैं। फरवरी से अब तक 2,269 हेक्टेयर जंगल बर्बाद हो चुके हैं। सात लोगों की मौत हुई है।
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