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Sadiq khan बने लंदन के पहले मुस्लिम मेयर, पिता PAK में बस ड्राईवर

लंदन.   सादिक खान शुक्रवार रात लंदन के पहले मुस्लिम मेयर चुन लिए गए। लेबर पार्टी के खान ने कंजर्वेटिव पार्टी के जैक गोल्डस्मिथ को हरा दिया। उनकी मोदी विरोधी इमेज है। जब मोदी यूके आए थे तब उन्होंने उनकी अगवानी के प्रोग्राम में हिस्सा नहीं लिया था और उनका विरोध किया था।

 गोल्डस्मिथ ने इस इलेक्शन में मोदी कार्ड खेला था।चुनाव नतीजों का एलान होते वक्त सादिक के उनकी पत्नी सादिया भी मौजूद थीं। 45 साल के सादिक के सामने टोरी राइवल गोल्डस्मिथ के अलावा लिबरल डेमोक्रेट की कैरोलिन पिदगियॉन भी थे। सादिक को 57 पर्सेंट, जबकि गोल्डस्मिथ को 43 पर्सेंट ही वोट मिले।

 चुनाव जीतने के बाद खान ने कहा, डर हमें कभी महफूज नहीं रखता। दहशत हमें हमेशा कमजोर बनाती है। डर की यासत का इस शहर में स्वागत नहीं है। सादिक ने कंजर्वेटिव पार्टी के बोरिक जॉनसन को रिप्लेस किया है जो आठ साल से लंदन के मेयर थे। सादिक के विरोधी हिंदू और सिख वोटर्स को लुभाने के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का इस्तेमाल कर रहे थे।

 उन्हें मोदी विरोधी करार दिया गया था।सादिक पाकिस्तानी मूल के हैं। उनके पिता पाकिस्तान में ड्राइवर थे।1970 में लंदन में जन्मे खान के सात भाई और एक बहन हैं। वे टूटिंग में पले-बढ़े। 24 साल की उम्र तक उन्होंने बेहद गरीब हालात में जिंदगी जी। उनके पिता रेड बस चलाते थे। उनके एक भाई मोटर मैकेनिक हैं। 

सादिक खान नेशन ऑफ इस्लाम ग्रुप के लीडर बाबर अहमद काे रिप्रेजेंट करते थे। अहमद ने तालिबान को सपोर्ट करने की बात कबूली थी।  इस वजह से अहमद को अमेरिका में जेल में डाला गया था। इस वजह से सादिक पर भी कट्टरपंथियों से रिश्ते रखने के आरोप लगे थे।
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