नई दिल्ली: बीते वर्ष अक्टूबर में इंडोनेशिया के बाली से पकड़कर भारत में प्रत्यर्पित करके लाए गए अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को उच्च सुरक्षा वाली तिहाड़ जेल में भी जान का खतरा है। यह जानकारी दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने दी है।
इन सूत्रों ने कहा कि भगोड़े डॉन दाउद इब्राहिम के करीबी सहयोगी छोटा शकील के सेलफोन से कथित तौर पर एक एसएमएस तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी को भेजा गया था। इसमें छोटा राजन को जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसके चलते वरिष्ठ अधिकारी को छोटा राजन की सुरक्षा बढ़ानी पड़ी।
सूत्रों ने कहा कि यह एसएमएस मोबाइल नंबर 971504265138 से तिहाड़ के कानून अधिकारी सुनील गुप्ता को भेजा गया था। इसमें छोटा राजन का जल्द ही ‘द एंड’ करने की धमकी दी गई थी। एसएमएस के बाद तिहाड़ के लैंडलाइन नंबर पर फोन कॉल आया था। इसके बाद राजन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस को धमकी भरी कॉल के बारे में भी सूचित किया गया है।
‘हाजी छोटा शकील’ की ओर से आए संदेश में लिखा गया था, ‘तुम कब तक इस मरे हुए सुअर को मौत से बचाओगे? जल्द ही मैं उसका खात्मा कर दूंगा।’
विशेष प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने तिहाड़ के एक अधिकारी को संदेश मिलने की पुष्टि की, लेकिन उन्होंने इससे ज्यादा कुछ नहीं बताया। गुप्ता को बीते वर्ष 24 नवंबर की सुबह एसएमएस मिला था। उसके बाद वह इस बात को उच्च अधिकारियों के ध्यान में लेकर आए। उन्होंने अपने लिए और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
इन सूत्रों ने कहा कि भगोड़े डॉन दाउद इब्राहिम के करीबी सहयोगी छोटा शकील के सेलफोन से कथित तौर पर एक एसएमएस तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी को भेजा गया था। इसमें छोटा राजन को जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसके चलते वरिष्ठ अधिकारी को छोटा राजन की सुरक्षा बढ़ानी पड़ी।
सूत्रों ने कहा कि यह एसएमएस मोबाइल नंबर 971504265138 से तिहाड़ के कानून अधिकारी सुनील गुप्ता को भेजा गया था। इसमें छोटा राजन का जल्द ही ‘द एंड’ करने की धमकी दी गई थी। एसएमएस के बाद तिहाड़ के लैंडलाइन नंबर पर फोन कॉल आया था। इसके बाद राजन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस को धमकी भरी कॉल के बारे में भी सूचित किया गया है।
‘हाजी छोटा शकील’ की ओर से आए संदेश में लिखा गया था, ‘तुम कब तक इस मरे हुए सुअर को मौत से बचाओगे? जल्द ही मैं उसका खात्मा कर दूंगा।’
विशेष प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने तिहाड़ के एक अधिकारी को संदेश मिलने की पुष्टि की, लेकिन उन्होंने इससे ज्यादा कुछ नहीं बताया। गुप्ता को बीते वर्ष 24 नवंबर की सुबह एसएमएस मिला था। उसके बाद वह इस बात को उच्च अधिकारियों के ध्यान में लेकर आए। उन्होंने अपने लिए और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
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