उज्जैन। शिप्रा के घाटों पर तैनात होमगार्ड, सिविल डिफेंस के जवानों ने सिंहस्थ में अब तक 1200 से ज्यादा लोगों को डूबने से बचाया है। इसमें ज्यादातर बच्चे और बुजुर्ग थे।
नदी में तय सीमा से बाहर जाने वालों को भी डुबने से बचाया गया। रामघाट, नृसिंह घाट, दत्त अखाड़ा जैसे प्रमुख घाटों पर सबसे ज्यादा संख्या में जवानों की तैनाती की गई है।
रामघाट पर एक शिफ्ट में लगभग 90 जवान सुरक्षा के लिए तैनात होते हैं। इनमें होमगार्ड, सिविल डिफेंस के कुल मिलाकर 3 हजार जवान शामिल हैं। इस बार बड़ी संख्या में वॉलेंटियर भी तैनात हैं।
मैला प्रशासन ने ऐसे बुजुर्गों को मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी है, जिन्हें पहले दो से तीन सिंहस्थ का अनुभव है। यह बुजुर्ग मॉनिटरिंग तो कर ही रहे हैं साथ ही जवानों की कागजी प्रक्रिया का काम भी निपटा रहे हैं। हर 15 जवानों के ऊपर एक वरिष्ठ व्यक्ति को मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है।
घाटों पर करीब 20 प्रतिशत महिला सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। वॉलेंटियर कॉलेजों के विद्यार्थियों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के युवा बड़ी संख्या में सुरक्षा के लिए शामिल हैं।
होमगार्ड कमांडेंट सुमत जैन ने बताया कि जहां भी पब्लिक का ट्रैफिक बढ़ता है, वहां तुरंत जवानों की संख्या भी बढ़ा दी जाती है। घाटों की गहराई, एप्रोच रोड पर भीड़ की स्थिति को देखते हुए अधिकारी जवानों की तैनाती तय कर रहे हैं।
0 comments:
Post a Comment