नई दिल्ली. बिहार चुनाव में एनडीए को मिली हार के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के ब्रिटेन दौरे को लेकर वहां प्रोटेस्ट शुरू हो गया है। मोदी के विरोध को लेकर आवाज संगठन की तरफ से ब्रिटिश पार्लियामेंट के बाहर पोस्टर भी लगाए हैं। 'मोदी नॉट वेलकम' नाम के इस कैंपन की अगुवाई 'आवाज नेटवर्क' कर रहा है। पीएम मोदी के पहले ब्रिटेन दौरे के लिए वहां के कई ह्युमन राइट समर्थक और एनजीओ पीएम मोदी के इस दौरे के खिलाफ प्रोटेस्ट करने की तैयारी में हैं। मोदी का ब्रिटेन दौरा 12 नवंबर को है। जहां उनका भव्य स्वागत किए जाने के साथ ही ब्रिटिश पार्लियामेंट को एड्रेस करने का प्रोग्राम है।
पीएम मोदी के भव्य स्वागत के विरोध में आवाज नेटवर्क ने 3 दिन का प्रोटेस्ट प्लान किया है। 12 नवंबर की दोपहर ब्रिटिश पीएमओ 10, डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर से पार्लियामेंट स्क्वॉयर तक मार्च करने का फैसला किया है। इसके बाद प्रदर्शनकारी हाउस ऑफ कॉमन के बाहर इकट्ठा होंगे। प्रोटेस्ट करने वालों में शामिल एक सिख एनजीओ से संबंधित वॉलंटियर ओम सिंह ने बताया कि उन्होंने मोदी के पोस्टर पर स्वास्तिक (नाजी शासन का चिन्ह) लगाया है। इसके जरिए वे लोग मोदी के भव्य स्वागत का विरोध करेंगे।
आवाज नेटवर्क के स्पोक्सपर्सन ने कहा, "मोदी यहां आकर अपने डिजिटल इंडिया, क्लीन इंडिया और विकसित और विकासशील भारत के आइडियाज को बेचना चाहते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि वहां साहित्यकारों पर हिंसा की जा रही है। मोदी भारत की डेमोक्रेटिक और सेक्युलर छवि को अनदेखा कर रहे हैं।"
पीएम मोदी के ब्रिटेन विजिट को लेकर सोशल मीडिया पर प्रोटेस्ट शुरू हो चुका है। सोशल साइट्स पर फोटोग्राफ्स और ट्वीट शेयर किए जा रहे हैं। इसके लिए #ModiNotWelcome नाम से हैशटैग भी ट्रेंड में आ गया है। मोदी के दौरे के विरोध में किए जा रहे कुछ ट्वीट में गुजरात दंगे का जिक्र किए जाने के साथ ही दंगों के फोटोग्राफ्स भी शेयर किए जा रहे हैं।
"हम 2002 के गुजरात दंगों पर आंखें बंद करके नहीं बैठ सकते। उन्हें दंगे पर जवाब देना होगा"
"#ModiNotWelcome यह विरोध दुनिया को याद दिलाने और मोदी का असली चेहरा दिखाने के लिए है, जिसमें 2002 के गोधरा भी शामिल है। ब्रिटिश प्रोटेस्टर।"
#ModiNotWelcome उनके हाथों पर मासूमों का खून लगा हुआ है"
#ModiNotWelcome 2002 के दंगों की प्री प्लान्ड साजिश को देखते रहे।'
'यूरोप इंडिया फोरम' के 'यूके वेलकम्स मोदी' कैंपेन के तहत मोदी के स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई हैं। लंदन के वेम्बले स्टेडियम में 13 नवंबर होने वाले कार्यक्रम के लिए 70,000 से ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। ब्रिटेन में भारत के राजदूत रंजन मथाई ने बताया कि करीब 10 साल में किसी भारतीय पीएम का यह पहला स्वागत होगा। दुनिया में भारत की पोजिशन के लिए उनके पास विजन है। मोदी के स्वागत समारोह को 'टू ग्रेट नेशंस, वन ग्लोरियस फ्यूचर' नाम दिया गया है।
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