पटना/नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव का पांचवा चरण गुरुवार शाम संपन्न होते ही सारे न्यूज चैनलों व उसकी सहयोगी एजेंसियों का सर्वे आ गया है. ज्यादातर न्यूज चैनलों के सर्वे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागंठबंधन के लिए खुश होने का मौका उपलब्ध करवा रहे हैं, इससे महागंठबंधन के उस नारे की याद आती है जिसमें उन्होंने कहा था बिहार में फिर से नीतीशे कुमार. हालांकि अन्य न्यूज चैनलों से इतर न्यूज 24 व चाणक्य के सर्वे में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की सूनामी होने की बात कही गयी है.
सिसरो आजतक के सर्वे में एनडीए को 120 सीटें तो महागंठबंधन को 117 सीटों आती दिखायी गयी हैं. वहीं सी वोटर व इंडिया टीवी के सर्वे में 111 व महागंठबंधन को 122 सीटें आती दिखायी गयी हैं. नेल्शन एबीपी के सर्वे में एनडीए को 108 सीटें व महागंठबंधन को 130 सीटें आती दिखायी गयी हैं. न्यूज 24 चाणक्य के सर्वे में एनडीए को 155 तो महागंठबंधन को 83 सीटें आती दिखायी गयी हैं. दिलचस्प यह कि इन पांचों सर्वे का औसत दोनों के पक्ष में बराबर 117-117 आता है.
वहीं टाइम्स नाउ सी वोटर के सर्वे में एनडीए को 122 तो महागंठबंधन को 111 सीटें मिलते दिखाया गया है. बहरहाल, अब सारी नजरें आठ तारीख की मतगणना पर टिक गयी है. अगर इन छह एजेंसियों का भी औसत निकालते हैं तो महागंठबंधन को 118 सीटें व एनडीए को 116 सीटें आती दिख रही हैं. यानी बहुमत से दोनों दूर. यानी एक्टिज पोल सर्वे का औसत बता रहा है कि मोदी व नीतीश के बीच का राजनीतिक मैच ड्रा हो रहा है.
न्यूज 24 टुडेज चाणक्य का एक्जिट पोल के सर्वे के मुताबिक बिहार में एनडीए की सरकार बनने जा रही है. सर्वे के मुताबिक एनडीए को 155 प्लस, जबकि महागंठबंधन को 83 प्लस व अन्य को 5 सीटें मिलेगी.
टाइम्स नाउ -इंडिया टीवी -सी वोटर्स सर्वे में एनडीए ,महागठबंधन से पिछड़ता नजर आ रहा है. सी वोटर्स सर्वे में महागठबंधन को जहां 122 सीटें दी गयी है. वहीं बीजेपी को 111 सीटें मिली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धुआंधार चुनाव प्रचार के बावजूद नीतीश कुमार बढ़त बनाने में कामयाब दिख रहे हैं.
विश्लेषकों की मानें तो बिहार चुनाव जहां लालू-नीतीश के लिए अस्तित्व की लड़ाई है, वहीं चुनावी नतीजे केन्द्र सरकार के कामकाज को लेकर जनादेश साबित होगा. ऐसे में नतीजे चाहे कुछ भी हो. बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम देश की राजनीति कि दिशा तय करेगी.
टाइम्स नाउ सी वोटर्स के सर्वे में वोटों के प्रतिशत में दोनों मुख्य दलों का कोई खास अंतर नहीं है. महागठबंधन को जहां 42 प्रतिशत वोट हासिल हो सकते है, वहीं एनडीए को 41 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है. इस तरह से वोट प्रतिशत का फासला मात्र 1 प्रतिशत रहने की संभावना है.
गंठबंधन के अंदर पार्टियों की सीट की बात करें तो दोनों गंठबंधन में कांटे की टक्कर है. एक्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 87-95 (91) सीटें हासिल हो सकती है. इसके अलावा रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 5-9 (7) सीटें मिल सकती है. उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी 2-6(4) सीटें जीत सकती है और जीतन राम मांझी की पार्टी को 7-11(9) सीटें मिलने की संभावना है. महागठबंधन में लालू की पार्टी 43-51 (47) सीटें जीत सकती है. जेडीयू को 63-71(67) सीटें मिल सकती है. कांग्रेस को 6-10 (8) सीटें मिलने की संभावना है.
एबीपी न्यूज और नीलसन के द्वारा कराये गये सर्वे में 243 सीटों में महागंठबंधन को 130 सीटें तो भाजपा गंठबंधन को मात्र 108 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. वहीं 5 सीटों पर अन्य की दावेदारी. आंकड़ों की मानें तो बिहार में एक बार फिर से नीतीश कुमार की अगुआई में सरकार बनती नजर आ रही है.
बिहार विधानसभा चुनाव का शोर थम गया. शोर थमने के साथ ही एक्जिट पोल का रिजल्ट भी आ चुका है. कई चैनलों ने विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर सर्वे किया है. आज तक ने सीसरो के साथ मिलकर जो सर्वे किया है उसके मुताबिक एनडीए की बढ़त बरकरार है और कांटे की टक्कर बतायी जा रही है. आज तक सीसरो ने एनडीए को 113-127 सीट दिया है वहीं महागंठबंधन को 111-123 सीट दिया है. सर्वे में किसको कितने वोट में बताया गया है कि एनडीए को 41 प्रतिशत,महागंठबंधन को 40 प्रतिशत और अन्य को 19 प्रतिशत वोट मिला है.
जबकि जी न्यूज के सर्वे में एनडीए को 120 सीट और महागंठबंधन को 117 सीटें दे रहा है जबकि अन्य को 6 सीटें दे रहा है. सभी एक्जिट पोल यह बता रहे हैं कि एनडीए और महागंठबंधन में कांटे की टक्कर है. तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं है.
न्यूज एक्स सर्वे में महागंठबंधन को 130 से 140 सीटें मिल रही हैं जबकि एनडीए को 90 और 100 सीटें मिल रही है.
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