महागठबंधन का नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को तीनों दलों का साझा पत्र सौंपा. इसके तुंरत बाद राज्यपाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया.
नीतीश कुमार ने कहा कि नई सरकार का शपथ ग्रहण 20 नवंबर को दो बजे गांधी मैदान में होगा. उन्होंने साफ किया कि सरकार में महागठबंधन की तीनों पार्टियां शामिल होगीं.
दावा पेश करने के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरे सूबे में कानुन का राज होगा और महागठबंधन के घोषणा पत्र को लागू किया जाएगा जिसमें सात निश्चय भी शामिल हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता ने तीन-चौथाई बहुमत दिया है और यह काम करने के लिए जनादेश है. तीनों पार्टियों ने जिस तरह से बिना किसी मनमुटाव के चुनाव लड़ा है उसी प्रकार हमलोग प्रदेश के विकास के मिलकर काम करेंगे.
नीतीश कुमार ने कहा कि उनके मंत्रिमंडल में कितने मंत्री होंगे अभी इसपर फैसला नही हुआ है. बिहार में मुख्यमंत्री समेत 36 लोग मंत्रीमंडल में शामिल हो सकते हैं लेकिन उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि सभी पद भर ही लिए जाएं. राज्यपाल से मिलने के समय नीतीश कुमार के साथ लालू यादव और शरद यादव भी थे.
इसके पहले विधानपरिषद एनेक्सी में हुई बैठक में नीतीश को महागठबंधन का नेता चुना गया. पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव रखा और उनके प्रस्ताव का बिहार कांग्रेस के प्रभारी सीपी जोशी ने अनुमोदन किया.
बैठक में तीनों दलों राजद, जेडीयू और कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों समेत तीनों पार्टियों के बड़े नेता मौजूद थे.
0 comments:
Post a Comment