नयी दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ निर्णायक पांचवें एक दिवसीय क्रिकेट मैच में भारतीय गेंदबाजों के रोटेशन को लेकर कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के रवैये की आलोचना करते हुए पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि उनका रुख लचीला नहीं था.
गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा ,‘‘ महेंद्र सिंह धौनी ने गेंदबाजी में
बदलाव करते हुए लचीलापन नहीं दिखाया. लेकिन उनके पास ज्यादा विकल्प भी नहीं
थे. पहले भी हमने देखा है कि गेंदबाजी में बदलाव के मामले में वह एक ही
ढर्रे पर चलते हैं लेकिन आज कोई भी गेंदबाज नहीं चल सका.'' उन्होंने कहा कि
गेंदबाजी भारतीय टीम के लिये चिंता का विषय है जिसकी कलई दक्षिण अफ्रीका
ने खोल दी है. उन्होंने कहा ,‘‘ गेंदबाजी भारत के लिये चिंता का सबब है.
हमने टी20 और वनडे श्रृंखला में देखा कि कैसे भारतीयों ने औसत
गेंदबाजी की. वानखडे की पिच में टर्न था लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उसका
फायदा नहीं उठाया. तेज गेंदबाज लगातार शार्टपिच गेंद फेंकते रहे लेकिन 135
किलोमीटर की रफ्तार से.''
गावस्कर ने कहा ,‘‘ उस रफ्तार से दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को
परेशान नहीं किया जा सकता. यदि आप उन्हें बाउंसर से परेशान करने की कोशिश
कर रहे हैं तो रफ्तार 145 किलोमीटर की होनी चाहिये. आज भुवनेश्वर और मोहित
शर्मा ने काफी रन दिये.'' भारत को नियमित स्पिनर आर अश्विन की कमी खली जो
बाजू में खिंचाव के कारण नहीं खेल रहे हैं.
गावस्कर ने कहा कि उनकी वापसी में कोई हडबडी नहीं करनी चाहिये.
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि भारत को अश्विन की कमी बुरी तरह खली. वह
खेलने के लिये लालायित होगा. मैने उसे तीसरे वनडे से पहले भी नेट्स पर
गेंदबाजी करते देखा. मेरा मानना है कि उसकी वापसी में कोई हडबडी नहीं करनी
चाहिये. उसे टेस्ट श्रृंखला से पहले चोट से पूरी तरह उबरना चाहिये.''
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