भारत में कई
हत्याओं के केस में वांछित है राजेंद्र सदाशिव निखलजे. इसे दुनिया
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के नाम से जानती है. 55 साल के इस गैंगेस्टर को
वर्ष 1995 में ही इंटरपोल ने वांटेड की सूची में डाल दिया था, लेकिन पकड़
में अब आया है. मुंबई के रहनेवाले छोटा राजन पर हत्या और अवैध हथियार रखने
और उनके इस्तेमाल के आरोप हैं. उस पर हत्याओं के 16 केस दर्ज हैं. 1988 में
छोटा राजन देश छोड़ कर भाग गया था. एक समय में छोटा राजन अंडरवर्ल्ड डॉन
दाऊद इब्राहीम के साथ काम करता था. वर्ष 1993 में जब डॉन ने मुंबई में
शृंखलाबद्ध बम धमाके करवा कर देश को दहला दिया, तो राजन इससे बेहद खफा हुआ
और दोनों के रास्ते अलग हो गये. तब से दाऊद और छोटा राजन में छत्तीस का
आंकड़ा है.
अलगाव के बाद दोनों गुटों के बीच खूब गोलीबारी और खून-खराबा हुआ.
दोनों गैंग के 100 से अधिक गुर्गे मारे गये. एक बार बैंकॉक में छोटा राजन
ने दाऊद के एक गुर्गे को झांसा देकर अपने होटल के कमरे में बुलाया और तब तक
टाॅर्चर किया, जब तक वह मर नहीं गया. वर्ष 2002 में दाऊद ने इसका बदला
लेने की ठानी.
लेकिन, राजन उससे एक कदम आगे निकला. इससे पहले कि दाऊद उसका कुछ
बिगाड़ पाता, उसने शरद शेट्टी का खात्मा कर डॉन को बड़ा झटका दे दिया.
बहरहाल, अब वह पुलिस की गिरफ्त में है और उसे भारत लाने की तैयारी शुरू हो
गयी है
कौन है छोटा राजन?
असल नाम : राजेंद्र सदाशिव निखलजे
जन्म तिथि : पांच दिसंबर, 1959
जन्म स्थान : मुंबई (चेंबूर के तिलक नगर में बीता बचपन)
पिता : सदाशिव निकलजे मिल में मजदूर थे
माता : लक्ष्मीबाई सदाशिव निकलजे
भाई : दीपक निकलजे
पत्नी : सुजाता निकलजे
बच्चे : खुशी, अंकिता, निकिता
अपराध जगत में प्रवेश : राजन नायर उर्फ बड़ा राजन की सरपरस्ती में
शहकार सिनेमा हॉल के बाहर टिकट ब्लैक करने के साथ-साथ बड़ा राजन के लिए
गुंडागर्दी करते हुए
- 55 साल का राजन दो दशक से भारत से बाहर है. 1995 में इंटरपोल ने मोस्ट वांटेड घोषित किया
- 1993 तक दाऊद के साथ काम करने के बाद अलग गैंग बनाया
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