व्यापमं घोटाले का कवरेज करने आए दिल्ली के पत्रकार अक्षय सिंह की रहस्यमयी मौत पर बड़ा खुलासा हुआ है. विसरा की जांच में यह साफ हो गया है कि अक्षय सिंह की मौत जहर खाने से नहीं हुई थी.
जानकारी के अनुसार करीब एक महीने पहले तैयार हो चुकी टीवी रिपोर्टर अक्षय सिंह की गोपनीय विसरा रिपोर्ट सीबीआई ने दिल्ली एम्स की फॉरेंसिक लैब से ले ली है.
नेशनल फारेंसिक लैब की इस रिपोर्ट में यह साफ हो गया है कि व्यापमं घोटाले की संदिग्ध एमजीएम कॉलेज इंदौर की छात्रा नम्रता डामोर की हत्या पर रिपोर्टिंग करने आए अक्षय सिंह के शरीर में जहर नहीं पाया गया है. जिससे वो अटकलें खारिज हो गई हैं जिनमें ये कहा जा रहा था कि अक्षय सिंह को जहर देकर मारा गया है. हालांकि अभी इसकी अधिकृत तौर पर पुष्टि नहीं की गई है.
4 जुलाई को हुई थी मौत
निजी टीवी चैनल के पत्रकार अक्षयसिंह की मौत 4 जुलाई को झाबुआ के मेघनगर में हो गई थी. वे यहां व्यापमं घोटाले की संदिग्ध एमजीएम कॉलेज इंदौर की छात्रा नम्रता डामोर की हत्या पर रिपोर्टिंग करने आए थे.
नम्रता के घर पहुंचने के कुछ देर बाद अक्षयसिंह की तबीयत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. बाद में गुजरात के दाहोद भी ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी. अक्षय का पोस्टमार्टम दाहोद के सरकारी अस्पताल में किया गया था. मामला मेघनगर थाने में दर्ज हुआ और मेघनगर पुलिस विसरा जांच के लिए सैंपल दिल्ली की नेशनल फारेंसिक लैब लेकर गई थी.
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