मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राज्य में सूखे से उत्पन्न हुई स्थिति से निपटने के लिए 1900 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता उपलब्ध करवाने का आग्रह किया. शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री को सोयाबीन की फसल को हुए व्यापक नुकसान से भी अवगत करवाया. प्रधानमंत्री ने हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
मध्यप्रदेश में किसानों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं के बीच सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की है. प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान शिवराज ने प्रदेश में विगत तीन-चार वर्ष से अति वृष्टि, बाढ़, ओला वृष्टि, पाला आदि से फसलों को हुए व्यापक नुकसान के बारे में विस्तार से बताया.
उन्होंने बताया कि प्रारम्भिक आकलन के अनुसार लगभग 23 जिले की 114 तहसील सूखाग्रस्त घोषित की जा चुकी हैं. स्थिति को देखते हुए सरकार ने किसानों की ऋण वसूली स्थगित कर दी है और राज्य सरकार अपने संसाधनों से किसानों की हरसंभव मदद कर रही है।
केन्द्रीय दल शीघ्र भेजने का अनुरोध
सीएम शिवराज ने केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली और केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात कर अवर्षा के कारण राज्यों में उत्पन्न हुई स्थिति से अवगत करवाया और फसलों की क्षति के आंकलन के लिए केन्द्रीय अध्ययन दल जल्दी भेजने का आग्रह किया.
सीएम शिवराज ने बताया कि प्रदेश के कुछ भागों में सामान्य से अधिक वर्षा होने से भी फसलें प्रभावित हुई हैं. अनियमित वर्षा से खरीफ फसलों में कीट, इल्ली, पीला मोजेक रोग आदि का व्यापक रूप से असर पड़ा है.
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