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जल्द हो सकती है निगम मंडलों में नियुक्तियां,सीएम हाउस में जुटे दिग्गज

 जल्द हो सकती है निगम मंडलों में नियुक्तियां,सीएम हाउस में जुटे दिग्गज

भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉ मोहन यादव सरकार के दो साल पूरे होने के बाद निगम—मंडलों में  सियासी नियुक्तियों को लेकर कवायद तेज हो गई है। इसी सिलसिले में भाजपा के दिग्गज नेताओं के बीच सोमवार शाम सीएम हाउस में मंथन हुआ। 



सूत्रों के मुताबिक,बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय सह—संगठन मंत्री शिवप्रकाश,क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल,मप्र इकाई के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा,मुख्यमंत्री ​डॉ मोहन यादव व अन्य नेता शामिल रहे।


निगम,मंडलों में नियुक्तियों पर चर्चा

सूत्रों का दावा है कि बैठक में प्रदेश के निगम,मंडलों में सियासी नियुक्तियों को लेकर चर्चा हुई। हालांकि इन नियुक्तियों को लेकर सूचियां पहले से तैयार हैं। संभावित नामों को लेकर मुख्यमंत्री डॉ यादव केंद्रीय नेतृत्व से भी चर्चा कर चुके हैं,लेकिन बिहार चुनाव के चलते यह नियुक्तियां लगातार टलती रहीं। 


जल्द शुरू हो सकती हैं नियुक्तियां

राज्य की डॉ मोहन यादव सरकार ने दो दिन पहले ही अपना दो साल का कार्यकाल पूरा किया। इसे लेकर पार्टी में उस्ताह का वातावरण है। जगह—जगह अभ्युदय मध्य प्रदेश थीम पर कार्यक्रम भी हुए। इसके बाद अब बारी लंबे समय से अपने सियासी पुनर्वास की उम्मीद लगाए पार्टी नेताओं की उम्मीदों को पूरा करने की है। माना जा रहा है कि सरकार जल्दी ही राज्य के निगम,मंडलों में अध्यक्ष,उपाध्यक्ष व अन्य पदों पर नियुक्तियां शुरू कर सकती है।


मंत्रिमंडल विस्तार,विभागों में बदलाव की भी चर्चा

मोहन यादव सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार व मंत्रियों के दायित्वों में फेरबदल की भी अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही हैं। आज की बैठक में भी इस विषय पर चर्चा के संकेत हैं। राज्य मंत्रिमंडल में वर्तमान में चार पद खाली हैं। माना जा रहा है कि सीएम अपने मंत्रिमंडल में दो और सदस्यों को जोड़ सकते हैं। वहीं,बीते दो साल में बेहतर परफार्मेंस नहीं दे पाने वाले सदस्यों के विभागों में फेरबदल किया जा सकता है।  


मंत्री विजय शाह के विवादित बयान पर चर्चा

सूत्रों के मुताबिक,बैठक में मंत्री विजय शाह के लगातार सामने आ रहे बिगड़े बोल को लेकर भी चर्चा हुई। शाह ने हाल ही में लाड़ली बहना योजना की हितग्राही महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया। इससे विपक्षी दल कांग्रेस को हमलावर होने का मौका मिला। शाह इससे पहले भी अपने बिगड़े बोलों से सरकार व संगठन की किरकिरी करा चुके हैं।

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