शिंदे की तबीयत बिगड़ी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आए 7 दिन बीत चुके हैं। भाजपा, शिवसेना शिंदे और NCP अजित पवार गुट यानी महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतीं, लेकिन अब तक शपथ पर सस्पेंस बना हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM का पद लेने को तैयार हो गए हैं, लेकिन वे गृह मंत्रालय पर अड़े हुए हैं। 29 नवंबर को शिंदे दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद मुंबई लौटे और सभी कार्यक्रम रद्द कर सातारा स्थित महाबलेश्वर के डारे तंब गांव निकल गए थे। गांव में उनकी तबीयत बिगड़ गई है। उनकी जांच के लिए डॉक्टरों की टीम पहुंची है।
सूत्रों के मुताबिक, शाह से चर्चा के बाद भी विभागों को लेकर गठबंधन में खींचतान मची हुई है। भाजपा गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून, ऊर्जा, ग्रामीण विकास अपने पास रखना चाहती है। उन्होंने शिवसेना को हेल्थ, शहरी विकास, सार्वजनिक कार्य, उद्योग ऑफर किया है। वहीं NCP अजित गुट को वित्त, योजना, सहयोग, कृषि जैसे विभाग देने की पेशकश की है।
विवादों के बीच भाजपा विधायक दल की बैठक भी दो दिन आगे बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक, 1 दिसंबर को होने वाली बैठक अब 3 दिसंबर को होगी। इस दिन दिल्ली से दो ऑब्जर्वर मुंबई आएंगे और विधायकों से चर्चा के बाद आधिकारिक रूप से CM फेस अनाउंस करेंगे।
उधर, भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने भास्कर को बताया कि संघ से हरी झंडी मिलने के बाद CM पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम फाइनल कर दिया गया है। शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को दोपहर 1 बजे मुंबई के आजाद मैदान में होगा। शिवसेना और NCP की ओर से एक-एक डिप्टी CM भी शपथ लेंगे।
सीएम के नाम का ऐलान होने में देरी होने पर शिवसेना (यूबीटी) ने तंज कसा है। पार्टी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा- महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आ गए थे। एक सप्ताह से राज्य में कोई सरकार नहीं है। उन्हें स्पष्ट जनादेश मिला है, लेकिन उन्हें नहीं पता कि सीएम कौन होगा। वे लोगों की जरूरतों की परवाह कब करना शुरू करेंगे। उन्होंने हर राज्य में सीएम का चेहरा समय पर घोषित कर दिया था। महाराष्ट्र के साथ ऐसा व्यवहार क्यों कर रहे हैं? क्या वे महाराष्ट्र में केंद्र का शासन चाहते हैं?
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