मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को महिदपुर तहसील में भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता के साक्षी रहे अत्यन्त प्राचीन नारायणाधाम मन्दिर पहुंचकर दर्शन और पूजन-अर्चन किया। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता पूरे विश्व में सबसे बड़ी मिसाल है। नारायणा में स्थित भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा के मन्दिर और आसपास के परिसर को इस प्रकार विकसित किया जाये कि पूरे विश्व से लोग यहां दर्शन के लिये आयें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नारायणाधाम पहुंचकर अत्यन्त प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी तीज-त्यौहार अत्यन्त धूमधाम से मनाये जायेंगे। हमारे देवस्थान हमारी मूल शक्ति का स्त्रोत रहे हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने उज्जैन में आकर विद्या प्राप्त की। प्रदेश में जहां-जहां उनके चरण पड़े, वहां के प्रमुख स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नारायणाधाम के विकास के लिये वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मन्दिर समिति के साथ बैठक करें। श्रीकृष्ण सुदामा स्वर्णगिरि उत्सव विकास समिति द्वारा जो भी आवश्यकताएं बताई जाती है, उन सब की पूर्ति की जाये। इस बार की जन्माष्टमी पूरे प्रदेश में अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ मनाई जायेगी। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिये कि जन्माष्टमी के अवसर पर पुलिस बैण्ड द्वारा नारायणाधाम में प्रस्तुति दी जाये।
कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, घट्टिया सतीश मालवीय, अनिल जैन कालूहेड़ा, पूर्व विधायक महिदपुर बहादुर सिंह चौहान, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, श्रीकृष्ण सुदामा स्वर्णगिरि उत्सव विकास समिति के सदस्य एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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