भोपाल : जबलपुर में 20 जुलाई से होने वाले रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योग की संभावना तलाशी जा रही है। मुख्यमंत्री ने जबलपुर के अलावा कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडौरी के उद्योगपतियों से कहा कि प्रदेश में रोजगार और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगपतियों से संवाद के पीछे और इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन का उद्देश्य यह है कि प्रदेश में उद्योग, व्यवसाय व कारोबार दोगुना हो जाए। सीएम ने कहा कि यहां चल रहे उद्योगों की कठिनाईयों को दूर करने की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है।मुख्यमंत्री ने रोजगारपरक औद्योगिक इकाईयों की संख्या बढ़ानें की बात उद्योगपतियों से करते हुए कहा कि राज्य सरकार उद्योगपतियों को जमीन, पानी और बिजली सहित अन्य जरूरी सहूलियतें मुहैया करा रही हैं। रोजगारपरक उद्योगों में काम कर रहे श्रमिकों के लिए पांच हजार रुपये प्रति श्रमिक के मान से सहायता राशि भी प्रदान करने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय उद्यमियों के साथ बाहर के उद्यमियों को जोड़कर प्रदेश के सभी अंचल में सरकार समान रूप से विकास करना चाहती है, जिसमें कृषि, रोजगार, व्यापार, पर्यटन आदि की दिशा में एक नए उपलब्धि को हासिल होगी। इसमें कई सारी कठिनाईयॉं आती है, लेकिन सकारात्मक सोच से आगे बढ़कर उनका निराकरण करें। छोटे-बड़े, मझौले सभी उद्यमी सरकार के साथ कदम-कदम से मिलाकर चलेंगे तो विकास की एक नई धारा प्रवाहित होगी।
जबलपुर से महाकौशल इंडस्ट्री के प्रेसीडेंट रवि गुप्ता ने कहा कि वे सरकार के प्रयासों के साथ तत्परता से जुड़ने को तैयार हैं। चेम्बर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हिमांशु खरे ने सिंगल विंडो सिस्टम लागू करने की मांग की ताकि औद्योगिक समस्याओं का निराकरण आसानी से हो सके। साथ ही निवेश को आकर्षित करने के लिये फ्लाईट कनेक्टीविटी पर जोर दिया। उद्यमी वीके नेमा, डीआर जेसवानी, डा. अर्चना भटनाकर ने भी सकारात्मक सोच से औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कटनी रेल्वे का बहुत बड़ा जंक्शन है, कटनी जिले में रेल्वे से संबंधित औद्योगिक इकाईयों की अपार संभावनाए है, यहां उद्योगपति रेल्वे से संबंधित इंडस्ट्री लगाने आगे आएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कटनी को केवल खनिज, पत्थर, चूना और सीमेंट के लिए न जाना जाए, बल्कि रेल्वे ट्रेक और रेल से संबंधित विनिर्माण उद्योग स्थापित करने की दिशा मेंं भी उद्योगपति पहल करें।मध्यप्रदेश लद्यु उद्योग संघ के सचिव और मैसर्स जयंत सिरेमिक औद्योगिक क्षेत्र बरगवां के उद्योगपति सुधीर कुमार मिश्रा ने कहा कि 20 जुलाई को आयोजित जबलपुर के कान्क्लेव में बड़ा पूंजी निवेश आनें की संभावना है लेकिन पूर्व से स्थापित उद्योगों पर भी सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता की बात कही।
वर्चुअल संवाद के दौरान मध्यप्रदेश रिफैक्ट्रीज मैनिफैक्चर्स एसोसिएसन के अध्यक्ष अरविंद गुगलिया ने कहा कि मध्यप्रदेश मे उद्योगों को 40 प्रतिशत सब्सिडी मिल रही है जो पूरे देश में और कहीं नही मिलती है। इससे प्रदेश मे उद्योग धंधे काफी फल- फूल रहे है। उन्होंने बताया कि मिनरल इंडस्ट्रियों के लिए और अधिक सुविधाएं शासन स्तर से प्रदाय करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपना व्यापार, व्यवसाय बढ़ाने के लिए आत्मविश्वास रखें, सकारात्मक माहौल बनाएं और स्थानीयता को महत्व देते हुए निजी जमीन पर भी औद्योगिक विस्तार करें। उन्होंने कलेक्टर्स से कहा है कि सार्वजनिक प्रयोजनों के लिए भूमि चिन्हित करें और उसका उपयोग उद्योग और व्यापार के लिए करें।जबलपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव को सफल बनाने के लिए आयोजन समिति को सुझाव दिए हैं।
चेम्बर ने प्रेस वार्ता कर यह सुझाव रखे। प्रेसवार्ता में चेंबर के अध्यक्ष प्रेम दुबे ने मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में महाकौशल उद्योग संवर्धन समिति बनाने की आवश्यकता बताई और कहा कि समिति का उपाध्यक्ष स्थानीय मंत्री या प्रभारी मंत्री को बनाया जाए।समिति की समय-समय पर बैठक की जाए।
उनका कहना था कि पूर्व में भी जबलपुर में इंवेस्टर्स मीट हुए हैं और करोड़ों के निवेश के प्रस्ताव आए लेकिन इनका नियमित फाॅलोअप नहीं होने के कारण वे मैदान पर नहीं उतर सके। जबलपुर संभाग का 20 वर्ष का औद्योगिक मास्टर प्लान भी बनाया जाए।
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