आषाढ़ शुक्ल एकादशी तिथि का प्रारंभः मंगलवार 16 जुलाई 2024 को रात 08:33 बजे
आषाढ़ शुक्ल एकादशी एकादशी तिथि का समापनः बुधवार 17 जुलाई 2024 को रात 09:02 बजे
देवशयनी एकादशी (उदयातिथि में): बुधवार 17 जुलाई 2024 को
देवशयनी एकादशी पारणः गुरुवार 18 जुलाई 2024, पारण (व्रत तोड़ने का) समयः सुबह 05:45 बजे से सुबह 08:26 बजे तक
पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समयः रात 08:44 बजे तक
देवशयनी एकादशी पर शुभ योग
शुभ योगः 17 जुलाई सुबह 07:05 बजे तक
शुक्ल योगः पूरे दिन
सर्वार्थ सिद्धि योगः 17 जुलाई सुबह 05:44 बजे से 18 जुलाई सुबह 03:13 बजे तक
हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी, देवशयनी एकादशी के नाम से जानी जाती है। इस दिन से भगवान विष्णु का शयनकाल प्रारंभ हो जाता है। इसीलिए इसे देवशयनी एकादशी कहते हैं। इसलिए इस दिन से हिंदू धर्म मानने वाले के धार्मिक और मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। देवशयनी एकादशी के चार माह के बाद भगवान विष्णु प्रबोधिनी एकादशी के दिन जागते हैं, तभी फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे।
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