ऐतिहासिक भोजशाला में 67वें दिन सोमवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने व्यापक स्तर पर ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) मशीन से सर्वे किया। इस काम में जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया हैदराबाद की टीम सक्रिय रही। टीम ने मुख्य रूप से हवन कुंड और भोजशाला परिसर की गैलरी का सर्वे किया, जबकि पूर्वी भाग यानी प्रवेश द्वार और प्रांगण में मशीन से सर्वे का काम किया गया।
हिंदू फ्रंट फार जस्टिस संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्य याचिकाकर्ता रंजना अग्निहोत्री ने बताया कि जीपीआर सर्वे के माध्यम से जमीन का एक तरह से एक्स-रे किया जा रहा है। इसके बाद खोदाई के स्थान तय होंगे। इस सर्वे से भोजशाला का सच सामने आएगा। सर्वे के दौरान अलग-अलग स्तर पर मशीनों को ले जाया गया और गहराई में स्थित पुरावशेषों को पता किया गया।
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