भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तीन दिसंबर को मतगणना होगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में दर्ज मतों की गणना के लिए औसतन 14 टेबल लगेंगी। मतदान केंद्रों की संख्या के आधार पर गणना चक्र तय होंगे। डाक मत पत्रों की गिनती के लिए अलग टेबल होगी।
प्रत्येक टेबल पर एक माइक्रो आब्जर्वर तैनात रहेगा। प्रत्येक चक्र की गणना के बाद परिणाम घोषित होंगे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय वेबकास्टिंग के माध्यम से सभी 52 जिला मुख्यालयों में होने वाली मतगणना पर नजर रखेगा। प्रदेश में 64,626 मतदान केंद्रों पर 17 नवंबर को मतदान कराया गया है।
अब मतगणना की तैयारी की जा रही है। मतगणना जिला मुख्यालयों पर ही होगी। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने जिला अधिकारियों से कहा है कि वे मतगणना स्थल पर स्थान की उपलब्धता के आधार पर टेबल की संख्या घटा-बढ़ा सकते हैं। मतदान केंद्रों की संख्या के आधार पर यह निर्धारित होगा कि किस विधानसभा क्षेत्र में मतों की गणना कितने चक्र में होगी।
एक बार में एक टेबल पर एक मतदान केंद्र में उपयोग की गई ईवीएम में दर्ज मतों की गणना होगी। जब यह पूरी हो जाएगी, तब दूसरी मशीन में दर्ज वोट गिने जाएंगे।
प्रत्येक चक्र की गणना के बाद रिटर्निंग अधिकारी द्वारा इसकी घोषणा की जाएगी। डाक मत पत्रों की गिनती जब तक पूरी नहीं हो जाती है, तब तक ईवीएम के अंतिम चक्र की गणना नहीं होगी।
परिणाम की घोषणा रिटर्निंग आफिसर द्वारा की जाएगी और फिर निर्वाचन प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
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