भोपाल : 12 सितम्बर | मध्य प्रदेश के सागर जिले में बीना को एक और उपलब्धि मिलने जा रही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की बीना रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास कर 49,000 करोड़ रुपये की यह अभूतपूर्व परियोजना भारत के पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण निवेश है। इस परियोजना के विस्तार से आसपास के जिलो का तेज गति से विकास होगा और हजारो लोगों को रोजगार मिलेगा। माना जा रहा है की प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से करीब डेढ़ लाख लोंगो को रोजगार का अवसर प्राप्त होंगा। उक्त जानकारी पंकज जैन सचिव,पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस मंत्रालय भारत सरकार ने पत्रकार वार्ता में दी।
उन्होंने बताया की अनुरूप है क्योंकि यह पेट्रोकेमिकल उत्पादों की कमी को पूरा करेगी जिसके परिणामस्वरूप आयात प्रतिस्थापन के माध्यम से वार्षिक विदेशी मुद्रा की बचत होगी।यह परियोजना पांच साल की अवधि में पूरा होने की उम्मीद है।
यह परियोजना निर्माण चरण के दौरान अनुमानित 15,000 रोजगार अवसरों के सृजन के साथ क्षेत्र में रोजगार और कौशल विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
इससे प्रस्तावित डाउनस्ट्रीम पेट्रोकेमिकल पार्क और सहायक व्यवसायों के साथ एक लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करके क्षेत्र के सामाजिक.आर्थिक परिदृश्य में उल्लेखनीय वृद्धि होने की भी उम्मीद है।
इसमें एमएमटीपीए एथिलीन क्रैकर कॉम्प्लेक्सए डाउनस्ट्रीम एथिलीन और प्रोपलीन आधारित पेट्रोकेमिकल संयंत्रों का निर्माण और बीपीसीएल की बीना रिफाइनरी क्षमता का 7.8 एमएमटीपीए से 11 एमएमटीपी तक पर्याप्त विस्तार शामिल है।
पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स कई ग्रेड के लगभग एमएमटीपीए पेट्रोकेमिकल का उत्पादन करने के लिए तैयार है। यह परियोजना रैखिक कम घनत्व पॉलीथीन ;एलएलडीपीई उच्च घनत्व पॉलीथीन ;एचडीपीई और पॉलीप्रोपाइलीन ;पीपी सहित आवश्यक पॉलिमर उत्पादों के उत्पादन के लिए रणनीतिक रूप से स्थित है।
पॉलिमर के अलावाए यह परियोजना बेंजीनए टोल्यूनि और मिश्रित ज़ाइलीन जैसे महत्वपूर्ण सुगंधित पदार्थों का भी उत्पादन करेगीए जो डाउनस्ट्रीम उद्योगों में इसके योगदान को और बढ़ाएगी।
इस अवसर पर बोलते हुए भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक जी. कृष्णकुमार ने कहा बीना की एथिलीन क्रैकर परियोजना में हमारा ₹49000 करोड़ का निवेश भविष्य के लिए तैयार उत्पाद पोर्टफोलियो के साथ पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में बीपीसीएल की ऊर्जा सीमा का विस्तार करने और देश को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी एवं पसंदीदा विनिर्माण गंतव्य बनाने के हमारी सरकार के मिशन में प्रमुख भागीदार बनने हेतु हमारे दृढ़ संकल्प का परिचायक है।
उन्होंने बताया की अंतिम उपयोग वाले उद्योग जहां परियोजना से इन पेट्रोकेमिकल फीडस्टॉक का उपयोग किया जाएगाए उनमें अग्रलिखित शामिल हैं . फिल्म खादद्य पैकेजिंग ऑटोमोबाइल पार्ट्सए चिकित्सा उपकरण बुलबुले और खिंचाव लपेटें घरेलू सामानए राफिया बैग बुने हुए कपड़े पानी के टैंक भंडारण कंटेनर बक्से पानी के लिए पाइप और गैस खिलौने फर्नीचर ड्रिप सिंचाई ट्यूबिंग आदि के साथ.साथ पेंट फार्मा और रासायनिक उद्योगों में अनुप्रयोग।
इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन से मध्य प्रदेश और बुन्देलखण्ड क्षेत्र में औद्योगिक विकास में क्रांति आने की संभावना है। इससे बीपीसीएल के पेट्रोकेमिकल उत्पादों पर निर्भर डाउनस्ट्रीम उद्योगों से पर्याप्त निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है।
यह ऐतिहासिक घटना आत्मनिर्भरता और सतत औद्योगिक विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैए जिससे देश पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित हो गया है।
इस अवसर पर जी .कृष्णकुमार चेयरमैन एंड एमडी बीपीसीएल, संजय खन्ना डायरेक्टर (रिफायनरीज ) एवं एस. अब्बास अख्तर (पीआर एंड ब्रांड ) बीपीसीएल मौजूद रहे ।
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