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MP: पूरे प्रदेश में शुक्रवार से मध्यम स्तर की बार‍िश के आसार

 


भोपाल  : 20 सितम्बर | बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। मानसून द्रोणिका भी रतलाम, सीधी से होकर जा रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पूर्वी मप्र में रुक-रुककर बार‍िश होने लगी है। गुरुवार को जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों एवं भोपाल जिले में गरज-चमक के साथ होने की संभावना है।

उधर बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सागर में नौ, जबलपुर एवं दमोह में सात, मलाजखंड एवं सतना में छह, उमरिया में पांच, रीवा में चार, खजुराहो में 1.4, नरसिंहपुर एवं मंडला में एक मिलीमीटर बार‍िश हुई। छिंदवाड़ा एवं भोपाल में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई। 

 मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी एवं उससे लगे ओडिशा के तट पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, उदयपुर, रतलाम, सीधी, रांची, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात अब कच्छ की तरफ चला गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से एक बार फिर मध्य प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में मानसून की गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। कम दबाव का क्षेत्र झारखंड होते हुए आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से गुरुवार को जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर एवं नर्मदापुरम, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की बार‍िश हो सकती है। भोपाल में भी गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। शुक्रवार से पूरे प्रदेश में मध्यम स्तर की बार‍िश होने के भी आसार हैं।

बता दें कि इस सीजन में एक जून से लेकर बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मध्य प्रदेश में कुल 906.5 मिमी.बार‍िश हुई है। जो सामान्य वर्षा (917.9 मिमी.) की तुलना में एक प्रतिशत कम है। इसमें पूर्वी मप्र में अभी तक 960.8 मिमी बार‍िश हुई है। जो सामान्य वर्षा 1012.0 मिमी. के मुकाबले पांच प्रतिशत कम है। पश्चिमी मप्र में 864.8 मिमी. बार‍िश हो चुकी है। जो सामान्य वर्षा 845.5 मिमी. की तुलना में दो प्रतिशत अधिक है।

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