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72 घंटे में एक हजार सीसीटीवी के फुटेज खंगाले तब मिला आरोपित


उज्जैन । सतना की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में आरोपित को गिरफ्तार करने में पुलिसकर्मियों को खासी मशक्कत करना पड़ी। एसआइटी के सदस्यों ने लगातार 72 घंटे तक शहर के सभी प्रमुख मार्गों, बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन पर लगे एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले थे।



सुराग के आधार पर गिरफ्तार कर लिया


इसके बाद मिले सुराग के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित को सजा दिलाने के लिए एफएसएल जांच के अलावा डीएनए भी करवाया जाएगा। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलाया जाएगा।


यह है घटनाक्रम


सतना की आठवीं कक्षा की छात्रा सोमवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे बड़नगर रोड पर दांडी आश्रम के समीप मिली थी। अस्पताल में उपचार के दौरान दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से ही पुलिसकर्मी आरोपित की तलाश में जुट गए थे।


28 सदस्यों की एसआइटी बनाई


उज्‍जैन एसपी सचिन शर्मा ने 28 सदस्यों की एसआइटी का गठन किया था। 72 घंटों तक पुलिसकर्मियों ने लगातार बड़नगर रोड, मुरलीपुरा, चिंतामन बायपास, हाटकेश्वर विहार कालोनी, तिरुपति ड्रीम्स कालोनी, शांति पैलेस बायपास, देवासगेट बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित अन्य क्षेत्रों में लगे एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले थे।


कालोनियों के रहवासियों से जानकारी एकत्र की


बायपास पर स्थित कालोनियों के रहवासियों से जानकारी एकत्र की गई थी। इसके अलावा तकनीकि साक्ष्य एकत्र किए थे। 100 से ज्यादा निगरानीशुदा बदमाशों से पूछताछ की गई थी। कई आटो व ई रिक्शा चालकों, बस आपरेटर्स, बस ड्रायवर, क्लिनर सहित दुकानदारों व लोगों से पूछताछ की थी। उसी दौरान रेलवे स्टेशन पर सूचना मिली कि आटो चालक भरत सोनी जिसकी आटो पर अर्जुन लिखा है वह बालिका को अपने साथ ले गया था। इस पर गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने वारदात करना कबूल कर लिया था।


36 घंटों से सोए नहीं, जुलूस भी निकलवाए


एएसपी जयंत राठौर ने बताया कि बालिका के मिलने के बाद से ही आरोपित की पहचान के प्रयास शुरू कर दिए थे। इस दौरान ला एंड आर्डर भी बनाए रखना महत्वपूर्ण था। 36 घंटों से टीम का कोई सदस्य सोया नहीं था। इस दौरान अनंत चर्तुदर्शी व ईद का जुलूस भी शांतिपूर्ण तरीके से निकलवाना था। टीम के सभी लोगों ने काफी मेहनत की है। इस कारण आरोपित गिरफ्त में आया है।


फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा मामला, दिलाएंगे सजा


एसपी सचिन शर्मा का कहना है कि मामला काफी संवेदनशील है। इसे फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा। एफएसएल जांच तथा डीएनए जांच करवाई जा रही है। सभी बिंदुओं को शामिल कर आरोपित को सजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे।


आटो व ई रिक्शा चालकों पर बढ़ेगी निगरानी


एसपी शर्मा के अनुसार श्री महाकाल महालोक बनने के बाद शहर में आटो व ई रिक्शा की संख्या काफी बढ़ गई है। इन सभी का डेटा बेस बनाया जाएगा। इसके अलावा सभी चालकों का चरित्र प्रमाण पत्र जरूरी करेंगे। आपराधिक प्रवृति के चालक वाहन नहीं चला सकेंगे। वहीं सभी चालकों को समझाइश दी जाएगी कि वह देर रात को अकेली मिलने वाली महिलाओं व बालक, बालिकाओं के बारे में तत्काल पुलिस को सूचना दें और उनकी मदद करें। अनदेखी करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।


इन पुलिसकर्मियों की रही सराहनीय भूमिका


मामले का खुलासा करने में एएस
पी गुरुशरण पाराशर, जयंत राठौर, सीएसपी कोतवाली ओपी मिश्रा, दीपिका शिंदे, उप पुलिस अधीक्षक योगेशसिंह तोमर, महाकाल टीआइ अजय कुमार वर्मा, नीलगंगा टीआइ विवेक कनोड़िया, महिला टीआइ मधुबाला राठौर, एसआइ वीरेंद्र बंदेवार, कविता मंडलोई, प्रतिक यादव, एसआइ विनोद राठौर, राम वाजपेयी, सुरेंद्रसिंह पंवार, प्रधान आरक्षक सुमित, सुनिल पाटीदार, राजपालसिंह , महेश जाट, कुलदीप भारद्वाज, रूपेश बिड़वान, अनिस, बलरामसिंह गुर्जर, गुलशन चौहान, पंकज पाटीदार, नीरज कुशवाह, प्रियंका परिहार, सुजाता, सुषमा, अनिता व सैनिक विशाल यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।


कांग्रेस ने उठाई त्वरित न्याय की मांग


मामले में कांग्रेस नेताओं ने पीड़िता के साथ त्वरित न्याय की मांग उठाई है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व तराना विधायक महेश परमार ने कहा कि पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता एडवोकेट विवेक गुप्ता ने डीजीपी मध्यप्रदेश को ईमेल भेज कर मांग की कि त्वरित न्याय हो, जिससे महिला सुरक्षा और महाकाल की नगरी उज्जैन की छवि बरकरार रहे।

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