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Nagpanchami 2023: नागपंचमी पर साल में एक बार खुलता है उज्जैन का नाचंद्रेश्वर मंदिर, उमड़े श्रद्धालु


 उज्जैन : 21 अगस्त |  नागपंचमी पर ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट एक साल बाद रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि 12 बजे खोले गए। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीतगिरी महाराज के सानिध्य में शासकीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की ओर से भगवान  की पूजाअर्चना की गई।

 जिला शिक्षा अधिकारी ने नगर निगम सीमा में संचालित समस्त शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए नागपंचमी (21 अगस्त) की छुट्टी घोषित की है।ट खुलने और पूजा के बाद आम दर्शन का सिलसिला शुरू हो गया जो आज रात 12 बजे तक चलेगा। 

भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए भक्तों में अपार उत्साह नजर आ रहा है। रात से ही हजारों भक्त दर्शन की कतार में लग गए थे । प्रशासन का दावा है कि बेहतर इंतजाम व निरंतर चलायमान व्यवस्था से भक्तों को कतार में लगने के बाद एक घंटे में नागचंद्रेश्वर के दर्शन कराए जा रहे हैं।

भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। पट खुलने के बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से गादीपति महंत विनीतगिरी महाराज ने प्रथम पूजा की। दोपहर 12 बजे अधिकारियों ने शासकीय की। शाम को भगवान  की संध्या आरती के बाद मंदिर समिति की ओर से महाकाल मंदिर के पुजारी भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन करेंगे।

भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन हेतु समस्त श्रद्धालु भील समाज धर्मशाला से प्रवेश कर गंगा गार्डन के पास से चारधाम पार्किंग जिगजेग से हरसिद्धि चौराहा, बड़ा गणेश मंदिर के सामने से 4 व 5 नंबर गेट से मंदिर में प्रवेश करेंगे। दर्शन के उपरांत मार्बल गलियार से मंदिर के बाहर निकलेंगे।

भगवान महाकाल के दर्शन हेतु समस्त श्रद्धालु त्रिवेणी संग्रहालय, महाकाल महालोक होते हुए मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से मंदिर में प्रवेश करेंगे। गणेश व कार्तिकेय मंडपम से दर्शन के बाद अनादिकल्पेश्वर मंदिर के पास से होते हुए निर्माल्य द्वार से मंदिर के बाहर निकलेंगे।


नागपंचमी पर मालवा की लोकपरंपरा अनुसार घरों में भगवान नागदेवता का पूजन होगा। भक्त दीवार पर नागदेवता की आकृति बनाकर सुख समृद्धि तथा वंशवृद्धि की कामना से नागदेवता का पूजन करेंगे। भगवान को दाल, बाटी व चूरमे का भोग लगाया जाएगा। लोकमान्यता में इस दिन चूल्हे पर तवा नहीं चढ़ता है।

नागों के प्रदर्शन पर रोक

नागपंचमी पर नागों के प्रदर्शन व उनके पूजन पर रोक रहेगी। ऐसा करते पाए जाने पर सपेरों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी। नागों का प्रदर्शन होने पर कोई भी व्यक्ति वन विभाग को सूचित कर सकते हैं।

स्‍कूलों में नागपंचमी का अवकाश घोषित

कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने नगर निगम सीमा में संचालित समस्त शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए नागपंचमी (21 अगस्त) की छुट्टी घोषित की है। कहा कि इस दिन भगवान महाकालेश्वर की सवारी निकलना है और महाकालेश्वर मंदिर के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खुलना है। देशभर से भारी संख्या में श्रद्धालुओं का सवारी में शामिल होने और नागचंद्रेश्वर के दर्शनार्थ आने का अनुमान है। ऐसे में सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था बहाल रखने को छुट्टी घोषित की है।

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