उज्जैन: Ujjain सावन के महीने में बड़ी संख्या में भक्त महाकाल के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। जहां बड़ी संख्या में भक्त भोलेनाथ के दर्शन कर रहे हैं। वहीं, बड़ी संख्या में मंदिर में दान भी आ रहा है। पहले जहां 70 से 75 करोड़ रुपए का दान मिलता था इस बार अभी तक दान का आंकडा 200 करोड़ रुपए से अधिक हो गया है।
सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू हुआ है। उसके बाद से ही बड़ी संख्या में भक्त महाकाल का दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इस बार बाबा महाकाल की आखिरी शाही सवारी 11 सितंबर को निकलेगी।
महाकाल मंदिर प्रबंधन का दावा है कि भक्तों को बड़ी आसानी से दर्शन मिल रहे हैं।श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर के दरबार में महाकाल महालोक बनने के बाद श्रद्धालुओ की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है।
श्रावण मास मे 1 करोड़ श्रद्धालुओं के उज्जैन आने से बाबा महाकाल के खजाने मे भी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के पास 40 करोड़ की एफडी थी जो कि अब बढ़कर 200 करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि हर महीने मंदिर की दानपेटी खोली जाती है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में सावन महीने में महाकालेश्वर के दर्शन के लिए भक्तों की संख्या हर बढ़ती जा रही है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति श्रद्धालुओं को कम समय में श्री महाकालेश्वर भगवान के सुखद, सरल दर्शन करवाए जाने की व्यवस्था की है।
भस्मारती में प्रतिदिन सुबह 2 बजे से सुबह 7 बजे तक लगभग 8 लाख 89 हज़ार 226 भक्तों ने दर्शन किये हैं। यह जानकारी श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने दी।
महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। वहीं, बाबा महाकाल का खजाना भी लगातार बढ़ता जा रहा है। मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि आने वाले दिनों में भक्तों की संख्या और अधिक बढ़ेगी।
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