Chandrayaan-3 Moon Landing: भारत की अंतरिक्ष एजेंसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) ने इतिहास रच दिया है। चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर चंद्रमा पर उतरने में सफल रहा है। इस तरह चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है।
अब प्रज्ञान रोवर 14 दिन तक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का अध्ययन करेगा। चंद्रमा के इस हिस्से के बारे में दुनिया का ज्यादा जानकारी नहीं है। यहां प्रचुर मात्रा में पानी मिलता है तो यह दुनिया के लिए बहुत बड़ी बात होगी।
इसरो ने चंद्रमा पर उतरते समय चंद्रयान-3 के लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे द्वारा ली गई चंद्रमा की तस्वीरें जारी कीं। इसरो का कहना है कि Ch-3 लैंडर और MOX-ISTRAC, बेंगलुरु के बीच संचार लिंक स्थापित हो गया है।
पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन की कामयाबी के फौरन बाद इसरो के चीफ एस. सोमनाथ को फोन किया और इस शानदार उपबल्धि के लिए बधाई दी।
भारत ने इतिहास रचते हुए चंद्रमा पर कदम रख लिया है। भारत ने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारा। ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। अब विक्रम लैंडर में से प्रज्ञान रोवर बाहर निकलेगा और चंद्रमा का अध्ययन करेगा।
0 comments:
Post a Comment