इस्लामाबाद: बलूचिस्तान के ग्वादर में एक बड़े आतंकी हमले की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि फकीर कॉलोनी ब्रिज के पास एक चीनी कंपनी के वाहन को आतंकियों ने निशाना बनाया है। ग्वादर वह जगह है जहां पर चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) के कई प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है।
बताया जा रहा है कि चीनी काफिले को निशाना बनाकर कई आतंकियों ने हमला किया है। स्थानीय रिपोर्ट्स पर अगर यकीन करें तो सुरक्षाबल पिछले करीब दो घंटे से ज्यादा समय से अज्ञात हमलावरों के साथ गोलीबारी में लगे हुए हैं। अभी तक घायलों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
अधिकारियों ने शहर को हाई अलर्ट पर रखा है और यहां से किसी से भी निकलने और दाखिल होने पर बैन लगा दिया है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा व्यवस्था की वजह से आने वाले समय में यात्रा में देर हो सकती है। साथ ही ग्वादर बंदरगाह पर शिपिंग में भी बाधा आ सकती है। कहा जा रहा है कि हमले में कई चीनी नागरिकों की मौत भी हो गई है। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के आत्मघाती दस्ते माजिद ब्रिगेड ने ली है।
बीएलए का दावा है कि ग्वादर में हमले में उसने चार चीनी नागरिकों और पाकिस्तानी सेना के नौ कर्मियों सहित 13 को मार डाला। बीएलए की मजीद ब्रिगेड की तरफ से ये हमले हुए हैं।ग्वादर में अभी तक विस्फोटों और गोलियों की आवाज सुनी जा रही है। यहां पर सड़कों पर ट्रैफिक पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया गया है।
चीनी इंजीनियरों के काफिले पर सुबह करीब साढ़े नौ बजे हमला हुआ था। दो घंटे बाद भी हालात मुश्किल बने हुए थे। हमले के बाद पाकिस्तान में चीनी वाणिज्य दूतावासों ने बलूचिस्तान और सिंध में अपने नागरिकों को अगले आदेश तक अपने घरों के अंदर ही रहने के आदेश जारी किए हैं।पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की तरफ से दो हमलावरों की तस्वीरें जारी की गई हैं। अस्पताल और स्थानीय सूत्रों ने भी हमले में कई लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।
चीन ने सीपीईसी प्रोजेक्ट्स के साथ पाकिस्तान में 48 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है। इस साल अप्रैल में चीन की तरफ से पाकिस्तान की आर्मी से बातचीत की गई थी। चीन ने चेतावनी दी थी कि अगर पाकिस्तान चीनी नागरिकों और बलूचिस्तान में होने वाले हमलों को रोकने में विफल रहा तो ठीक नहीं होगा।
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