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युवा पहलवान Antim Panghal देंगी High Court के फैसले को चुनौती कहा- मैंने ट्रायल जीता है, Stand boy क्यों बनूं,


 नई दिल्ली: प्रतिभाशाली युवा पहलवान अंतिम पंघाल ने एशियाई खेलों के हुए ट्रायल में 53 किग्रा महिला वर्ग में जीत हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया लेकिन उनकी इस सफलता के कुछ ही समय के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस वर्ग में विनेश फोगाट को दी गई छूट को चुनौती देने वाली उनकी याचिका खारिज कर दी। 

मानसी अहलावत ने 57 किग्रा में उलटफेर करते हुए एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की की। 

उन्होंने इस वर्ग में विश्व चैम्पियनशिप के दो पदक विजेताओं को पछाड़ा।उन्नीस साल की पंघाल ने 53 किग्रा वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए बिना किसी परेशानी के अपने सभी मुकाबले जीते। 

अंतिम को पहले दौर में बाई मिली और इसके बाद 2022 अंडर-20 विश्व चैंपियन ने तमन्ना पर 7-2 से जीत के साथ शुरुआत की। उन्होंने नेहा के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

अंतिम ने फाइनल में और भी दमदार प्रदर्शन किया और अपनी प्रतिद्वंद्वी मंजू को दो मिनट से कम समय में ही हरा दिया। 

चीन के हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेलों में हालांकि विनेश फोगाट भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी क्योंकि चयन समिति ने पहले ही उन्हें और पुरुष फ्रीस्टाइल पहलवान बजरंग पूनिया (65 किग्रा) को सीधे प्रवेश दे दिया है।

अंतिम ने यहां जीत दर्ज करने के बाद कहा, 'मैंने निष्पक्षता से ट्रायल जीता। मैं स्टैंडबाई खिलाड़ी क्यों बनूं, मैंने तो ट्रायल जीत लिया। जिसने प्रतिस्पर्धा नहीं की उसे 53 किग्रा में स्टैंडबाई खिलाड़ी होना चाहिए। (अदालत में) मेरी याचिका खारिज कर दी गई है लेकिन मैं नहीं रुकूंगी, मैं लड़ती रहूंगी, हम उच्चतम न्यायालय जाएंगे।'

 उन्होंने कहा, 'अगर उसे इस तरह सीधे प्रवेश मिलता रहेगा, तो किसी को कैसे पता चलेगा कि हम कितने अच्छे हैं। हम कोशिश करते रहेंगे। मेरे कोच तय करेंगे कि हम आगे क्या करने जा रहे हैं, लेकिन लड़ाई जारी रहेगी। ऐसे में मेरे तीन मुकाबले जीतने का क्या मतलब है।

अंतिम ने कहा, 'मैं जानती हूं कि वह काफी अच्छी है और उसके पास कई पदक हैं लेकिन उसे ट्रायल में हमारे खिलाफ लड़ना होगा।' उन्होंने कहा कि अब वह विश्व चैम्पियनशिप ट्रायल के लिए तैयारी करेगी।

ट्रायल में महिलाओं का 57 किग्रा वर्ग बहुत प्रतिस्पर्धी हो गया क्योंकि इसमें विश्व चैम्पियनशिप रजत पदक विजेता अंशू मलिक और विश्व कांस्य विजेता सरिता मोर शामिल थीं। 

दोनों चैंपियन खिलाड़ी पहले ही राउंड में भिड़ने को तैयार थी जिसे फाइनल से पहले का फाइनल माना जा रहा था। चोट से वापसी कर रही अंशु के खिलाफ सरिता मोर ने 5-0 की बढ़त बना ली। 

हालांकि 20 वर्षीय अंशू ने ‘टेक-डाउन’ और ‘गट रिंच मूव’ के साथ वापसी की। इससे अंतर कम होकर 4-5 रह गया लेकिन सरिता ने आखिरी क्षणों में अपनी ताकत का इस्तेमाल कर जीत हासिल की।
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