....

महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए इस महाउपाय को करने से दूर हो जाएगी आपकी दरिद्रता

हमारे प्राचीन वेदों और शास्त्रों मे अनमोल खजाना है। आवश्यकता है उसे ढूंढने कर प्रयोग मे लाने की। आज हम आपको एक ऐसा ही महाप्रयोग बता रहें हैं जो जन्मों की दरिद्रता को जड़ से समाप्त कर देगा। इस प्रयोग को आप स्वयं करने मे अक्षम हों तो किसी के द्वारा करवा भी सकते हैं। सर्वप्रथम दरिद्रता तभी होगी जब दुर्भाग्य होगा इसलिए दरिद्रता दूर करने के लिए सबसे पहले दुर्भाग्य को दूर करना आवश्यक है। यह महाप्रयोग दरिद्रता के साथ कम से इस जन्म के दुर्भाग्य को तो हरा ही देगा। यह उपाय आपको रात्रि 9 बजे सोमवार से आरम्भ करना है।



उपाय की यह है विधि

-सर्वप्रथम एक लाल रंग का आसन लें। इसे बिछाकर इसके ऊपर 1 कुषा का आसन बिछा दें।

-अपने पास एक पारे की शिव जी की प्रतिमा स्थापित करें

-अब मिटटी का एक ऐसा बर्तन ले लेना है जिसमे कम से कम 250 ग्राम घी आ जाए अब इसे रुई की बाती से दीप प्रज्ज्वलित कर देना है और 1 चन्दन की धूप भी जला देनी है ।

- अब 1 जल के कटोरे मे 11 काले हकीक, 1 अष्टधातु का श्री यंत्र और 11 गोमती चक्र रखने हैं अब इस जल मे रोली मिला देनी है।

इन मंत्रों का करें जाप

अब सबसे पहले गणेश जी को प्रणाम करना है अब अपनी कुलदेवी को नमन करना इसके पश्चात अपने ईष्ट को नमन करना है अब 1 माला गुरु मंत्र की करनी है यदि गुरु मन्त्र नही हे तो ॐ नम: शिवाय मन्त्र का जप कर सकतें है। अब रुद्राक्ष की माला से 11 माला इस मन्त्र से कर लें। नमस्तेस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते। शङ्खचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोस्तुते।। फिर इसके बाद 9 माला इस मन्त्र की करें। नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयङ्करि। सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मि नमोस्तुते।। फिर इस मंत्र की करनी हैं अब 5 माला करें। सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्टभयङ्करि। सर्वदुःखहरे देवि महालक्ष्मि नमोस्तुते।। अब 3 माला इस मंत्र से करें। सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि। मंत्रपूते सदा देवि महालक्ष्मि नमोस्तुते । अब 1 माला इस मंत्र से करें। अतीतः पंथानं तव च महिमा वाङ्मनसयोः। अतद्व्यावृत्त्या यं चकितमभिधत्ते श्रुतिरपि।। स कस्य स्तोत्रव्यः कतिविधगुणः कस्य विषयः। पदे त्वर्वाचीने पतति न मनः कस्य न वचः।। पूजन के उपरान्त 1 गुलाब का पुष्प महादेव शिव को अर्पित करें और मां लक्ष्मी को भी प्रणाम करें। यह नियम लगातार 11 दिन तक करें और पूजन के पश्चात 11 पुष्प और जो सामग्री आपने जल मे रखी थी उसे ऐसे ही (बिना धोये ) 1 लाल रंग के वस्त्र मे बांधकर अपने धन रखने के स्थान पर रख दें। अधिक से अधिक 6 माह मे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आना आरम्भ हो जाएगा और धीरे धीरे आपकी स्थिति इतनी सुधर जाएगी कि आप स्वयं इसकी शक्ति अनुभव कर लेंगे। यह साधना कठोर अवश्य है किन्तु महा धन प्रदायक भी है और यदि ये कठोर जप साधना स्वमं ना कर सको तो किसी योग्य ब्राह्मण से करवा लेना सही रहेगा।


Share on Google Plus

click vishvas shukla

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment