वैदिक ज्योतिष में शुक्र को एक शुभ ग्रह माना जाता है और वृषभ और तुला दो राशियों का स्वामी होता है। इसके अलावा मीन राशि शुक्र ग्रह की उच्च राशि है और कन्या इसकी नीच राशि है। शुक्र की गोचर अवधि 23 दिनों की होती है। हर व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति के अनुसार उसका असर होता है। वैसे सामान्य तौर पर शुक्र को जीवन में धन, समृद्धि, सुख, आनंद, विलासिता, आकर्षण, सौंदर्य, प्रेम संबंध, वैवाहिक सुख आदि का कारक माना जाता है। इसके अलावा कला, संगीत, कविता, डिज़ाइनिंग, मनोरंजन, शोज़, ग्लैमर, फ़ैशन, आभूषण, कीमती रत्न, श्रृंगार, लग्ज़री यात्रा, लग्ज़री भोजन तथा लग्ज़री वाहन जैसी विलासिता वाली चीजों के लिए भी शुक्र ग्रह महत्वपूर्ण कारक होता है।
31 अगस्त को होगा शुक्र का राशि परिवर्तन
शुक्र का सिंह राशि में गोचर 31 अगस्त, 2022 दिन बुधवार की शाम 04:09 बजे होगा शुक्र ग्रह का जल तत्व की राशि कर्क से अग्नि तत्व की राशि सिंह में राशि परिवर्तन होगा। शुक्र ग्रह के लिए सिंह राशि शत्रु के समाना मानी जाती है, इसलिए शुक्र की यह स्थिति अधिक अनुकूल नहीं मानी जाती है। ज्योतिष के मुताबिक शुक्र और सिंह राशि के बीच बहुत सी समानताएं पाई जाती हैं, इसलिए शुक्र ग्रह राशि परिवर्तन ज्यादा फलदायी सिद्ध हो सकता है।
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