भोपाल : महंगाई से परेशान जनता पर नगर निगम भोपाल ने जलदर, सीवेज और अपशिष्ठ प्रबंधन सेवाओं का बोझ और लाद दिया। शहर की जनता से नगर निगम पहली बार सीवेज का बिल वसूलने जा रहा है। इससे पहले आज तक निगम ने सीवेज का बिल नहीं वसूला। इतना ही नहीं 15 प्रतिशत जलदर में बढ़ोतरी की गई है। लिहाजा पीने का पानी महंगा हो गया है। वहीं दूसरी तरफ अपशिष्ठ प्रबंधन का शुल्क बढ़ा दिया गया है।
निगम ने सबसे अलग-अलग कैटेगिरी में बिल की वसूली करेगा। पानी के बिल बांटने लगे है। कोलार क्षेत्र में पानी के बिल को देखकर लोग चौंक गए। हालांकि यह तो शुरूआत है। आने वाले दिनों में सीवेज के बिल बांटेंगे। निगम ने वसूली के लिए सभी जोन में एक अप्रैल को आदेश जारी किए थे। निगम ने सीवेज के बिल की वसूली के लिए दरें निर्धारित कर ली है। यह पहली बार हैं जब निगम शहर की जनता से सीवेज का बिल वसूलने जा रहा है। आवासीय इकाई में 85 रुपए प्रति माह से लेकर 9200 रुपए प्रति माह तक। गैर आवासीय इकाईयों के लिए 230 रुपए प्रति माह से लेकर 9200 रुपए प्रति माह तक। औद्योगिक इकाईयों के लिए 275 रुपए से लेकर 9200 रुपए तक।
अब 180 की बजाए 210 रुपए महीना आएगा पानी का बिल
निगम अलग-अलग कैटेगिरी में पानी का बिल वसूलेगा। अब तक पानी का 180 रुपए बिल वसूला जाता था, लेकिन अब पानी का बिल 210 रुपए प्रति माह आएगा। पानी के बिल में नगर निगम ने 15 प्रतिशत की बढोतरी की है। गैर आवासीय इकाई में 575 से लेकर 23 हजार प्रति माह तक। औद्योगिक इकाई में 690 प्रति माह से लेकर 23 हजार प्रति माह तक।
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