इंदौर। सेंट्रल जेल में बंदी ने बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात लोवर की नाड़ी से बैरक में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।मामले में न्यायिक जांच के लिए जेल अधीक्षक ने पत्र लिखा है।बंदी पिछले दिनों जेल में तंबाखू बेचते हुए पाया गया था और इस संबंध में उससे पूछताछ की जा रही थी।
जेल अधीक्षक अलका सोनकर के मुताबिक बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात सवा बारह बजे उन्हें सूचना मिली कि बंदी 36 वर्षीय कालू उर्फ ललित पुत्र श्यामलाल ने बैरक में लोहे के गेट पर लोवर की नाड़ी से फांसी लगा ली है।मौके पर तैनात प्रहरी ने उसे फंदे से उतारा।गले में नाड़ी दो-तीन बार लपटी हुई थी।
जेल के मेडिकल स्टाफ ने जांच की तो उसकी पल्स चल रही थी।जिस पर उसे एमवायएच में भर्ती कराया गया, जहां रात में उसकी मौत हो गई।जेल अधीक्षक के अनुसार रात को 11 बजे तक वह ठीक था,प्रहरियों से उसकी बातचीत भी हुई थी।इसके बाद वह सोने चला गया और घटना हो गई।
जेल में वर्ष 2008 के बाद से सजा काट रहा था।उस पर दो हत्या के अलावा अन्य मामले भी दर्ज थे।8 अप्रैल को वह जेल में तंबाखू बेचते हुए मिला था।उसे अन्य बंदियों से अलग रखा गया था। मामले में उससे पूछताछ की जा रही थी। तंबाखू कहां से लाया किसने दी, प्रहरियों की भूमिका के बारे में भी उससे पूछा गया था, लेकिन इस बीच उसने फांसी लगाकर जान दे दी।बैरक में गेट पर लोहे की रॉड पर लटक लोवर की नाड़ी से फांसी लगाने को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे है।मामला संदिग्ध मानते हुए जेल अधीक्षक ने भी न्यायिक जांच के लिए पत्र लिख दिया।जांच के बाद ही तस्वीर साफ होगी।
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